IPL 2024: RCB ही नहीं इन टीमों ने भी बदला है नाम, दो टीमें नहीं जीत पाईं एक भी सीजन का खिताब

इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लुरु के पहले तीन टीमों ने भी अपने नाम में बदलाव किया था। जिसमें एक टीम ने IPL का खिताब जीता भी था।

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IPL 2024: इंडियन प्रीमयर लीग (IPL 2024) के आगाज से 2 दिन पहले RCB टीम ने अपने नाम में बदवाल किया है। टीम ने अपना नाम बदलकर अब रॉयल चैलंजर्स बेंग्लुरु कर लिया है। वहीं 17वें सीजन के पहले मुकाबले में RCB की भिड़ंत पिछली बार की चैंपियन रही चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) से होगा। हालांकि IPL में टीम के नामों में बदलाव करना कोई नई बात नहीं है, इससे पहले भी कई टीमों ने अपना नाम बदला है। आइए जानते हैं विस्तार से…

सनराइजर्स हैदराबाद

IPL की टीम सनराइजर्स हैदराबाद ने सबसे पहले अपना नाम बदला था। टीम ने यह नाम 6ठें सीजन (2013) में रखा था। इससे पहले इस टीम का नाम डेक्कन चार्जस था। जिसने IPL के दूसरे सीजन का खिताब जीता था। वहीं नाम बदलने के बाद IPL 2016 का भी विजेता टीम रह चुकी थी।

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दिल्ली कैपिटल्स

सनराइजर्स हैदराबाद के बाद IPL की टीम दिल्ली कैपिटल्स ने अपना नाम बदला। टीम ने IPL 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स की जगह दिल्ली कैपिटल्स रख लिया था। हालांकि अभी तक कुल IPL के कुल 16 सीजन हो गए हैं, जिसमें दिल्ली कैपिटल्स एक बार भी खिताब हासिल नहीं कर पाई।

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पंजाब किंग्स

दिल्ली कैपिटल्स के बाद पंजाब किंग्स ने अपने टीम का नाम बदला था। पंजाब किंग्स का IPL 2021 से पहले किंग्स इलेवन पंजाब था। वहीं इस टीम ने भी अभी तक एक भी बार IPL का फाइनल मुकाबला नहीं जाती है। हालांकि एक बार साल IPL 2014 में फाइनल में जगह बनाई थी, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स से 3 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।