Gemini AI: इस साल भारत के साथ अन्य देशों में भी चुनाव है। ऐसे में गूगल ने अपने एआई चैटबॉट जेमिनी एआई के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। गूगल का एआई जेमिनी इस साल किसी भी चुनाव के संबंध में किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं देगा। गूगल ने अपने एआई चैटबॉट पर इस साल विश्नभर में होने वाले चुनावों से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसका मतलब ये है कि भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव और विश्व के अन्य देशों में होने वाले चुनावों के बारे में जेमिनी किसी भी सवाल का जवाब नहीं देगा। आइए जानते है क्या है पूरा मामला।
जवाब नहीं देगी जेमिनी
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। आने वाले कुछ महीनों में भारत में लोकसभा का चुनाव है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका में भी राष्ट्रपति का चुनाव होना बाकी है। ऐसे में गूगल ने ये साफ कर दिया है कि चुनाव से जुड़े किसी भी सवाल जेमिनी कोई जवाब नहीं देगी। इन चुनावों में जेमिनी एक बड़ी भूमिका निभा सकती है। दरअसल गूगल का कहना है कि वो फेक न्यूज से बचने के लिए ऐसा कर रहा है। वो नहीं चाहता कि लोगों तक गलत जानकारी पहुंचे। भारत पिछले कुछ दिनों से फेक न्यूज और डीपफेक पर सख्त है।
गूगल ने क्यों लगाए प्रतिबंध
गूगल के लगाए इस प्रतिबंध को लेकर अल्फाबेट के स्वामित्व वाली फर्म (GOOGL.O) ने बताया कि गूगल इस साल होने वाले वैश्विक चुनावों के बारे में सवालों के जवाब देने से AI चैटबॉट जेमिनी को प्रतिबंधित कर रहा है। वह इसलिए क्योंकि वो टेक्नोलॉजी की तैनाती में होने वाली संभावित गलत कदमों से बचना चाहते हैं। इसलिए गूगल से जब आप चुनाव से जुड़े सवाल करेंगे तो वो आपको कोई जवाब नहीं देगा।
सरकार की सख्ती ने बढ़ाई गूगल की टेंशन
ऐसा कई बार देखा गया है कि जेमिनी ने गलत इमेज और वीडियो जेनरेट कर दिया है। जिसके बाद से कई बार उसपर सवाल भी उठे है। फेक न्यूज और डीपफेक मामले ने तो गूगल की टेंशन बढ़ा दी है। केंद्र सरकार ने भी कुछ दिनों पहले ही एआई के बारे में कई नए नियम लेकर आई है। सरकार ने सख्ती से आदेश देते हुए कहा है कि एआई से जुड़े किसी भी काम की शुरुआत करने से पहले सरकार से इसकी आज्ञा लेनी अनिवार्य है।