नए साल में महंगी हो जाएंगी ये गाड़ियां, टाटा मोटर्स ने भी किया कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान

Pooja Khodani
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टेक्नोलॉजी, डेस्क रिपोर्ट। नए साल 2022 के साथ ही कुछ मोटर व्हीकल कंपनियों (motor vehicle companies) ने अपनी कारों का दाम बढ़ाने का फैसला कर लिया है, टाटा मोटर्स भी उन्हीं में से एक है जो जनवरी 2022 की शुरूआत के साथ ही अपने सभी पैसेंजर व्हीकल की कीमतों में इजाफा कर सकती है। टाटा मोटर्स ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि अगले महीने से उनकी गाड़ियों के दाम बढ़े हुए होंगे। हालांकि किस मॉडल की प्राइस में कितना इजाफा होगा, फिलहाल कंपनी ने ये साफ नहीं किया है।

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इस वक्त देश की सड़कों पर टाटा की कई गाड़ियां रफ्तार से दौड़ रही हैं, जिसमें नेक्सन, हैरियर, सफारी, अल्ट्रोज, टिगोर और टियागो जैसी पैसेंजर कारें भी शामिल हैं। इनके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल कैटेगरी में नेक्सन ईवी और टिगोर ईवी कारें भी शामिल हैं।हाल हमें सब कॉम्पैक्ट एसयूवी पंच भी लॉन्च हुई है।टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल्स बिजनेस यूनिट के अध्यक्ष ने इस संबंध में समाचार एजेंसी पीटीआई से चर्चा की।

इस चर्चा के मुताबिक जरूरी वस्तुओं और कच्चे माल की कीमतों में लगातार वृद्धि होने के चलते ये आसार बने हैं। सभी इनपुट लागतों के बढ़ने से कंपनी भी ये फैसला लेने के लिए मजबूर हुई है कि जनवरी 2022 से ही अपने पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतें बढ़ा दी जाएं।टाटा मोटर्स ने अपने कमर्शियल व्हीकल के दामों में इजाफा करने के कुछ ही दिन बाद पैसेंजर व्हीकल के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है। कमर्शियल वाहनों के दाम बढ़ाते वक्त भी टाटा मोटर्स ने कच्चे माल की बढ़ती कीमतों का ही हवालाय दिया था. इन सभी वाहनों की कीमत औसतन 2.5 प्रतिशत तक बढ़ाने के संकेत दिए हैं।

बढ़ चुके हैं सफारी के दाम

इस कड़ी में टाटा मोटर्स पहले ही अपनी एसयूवी सफारी के कुछ वैरिएंट्स की कीमत बढ़ा चुकी है। इसके अलग अलग वैरिएंट्स में सात हजार रुपये तक की वृद्धि हुई थी। नए साल में कीमतें बढ़ाने वाली टाटा मोटर्स अकेली नहीं है, इससे पहले मारुति सुजुकी, सिट्रोएन, मर्सिडीज बेंज और ऑडी कीमतों में वृद्धि का ऐलान कर चुकी हैं। सभी ने कीमतों में वृद्धि के पीछे कच्चे माल की लागत बढ़ने का तर्क दिया है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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