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Tue, Dec 16, 2025

यूपी पंचायत चुनाव से पहले बड़ा खुलासा, एक जिले में 62 हजार बोगस वोटरों की हुई पहचान, जांच में जुटे बीएलओ

Written by:Saurabh Singh
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जिला निर्वाचन अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई समीक्षा बैठक में सत्यापन प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए गए।
यूपी पंचायत चुनाव से पहले बड़ा खुलासा, एक जिले में 62 हजार बोगस वोटरों की हुई पहचान, जांच में जुटे बीएलओ

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2026 के लिए मतदाता सूची के पुनरीक्षण अभियान के तहत लगभग 62 हजार बोगस वोटरों की पहचान की गई है। इन वोटरों के सत्यापन के लिए जिले में हर तीन हजार मतदाताओं पर एक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) तैनात किया गया है। सत्यापन प्रक्रिया 19 अगस्त से शुरू हो चुकी है और इसे 13 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले के सभी 11 विकास खंडों के बीडीओ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

सहायक निर्वाचन अधिकारी सूर्यभान यादव ने बताया कि बोगस वोटरों की जांच के लिए 53 बीएलओ और 76 सुपरवाइजर लगाए गए हैं, जो घर-घर जाकर सत्यापन कर रहे हैं। डुप्लीकेट वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। जिले में 707 मतदान केंद्रों पर 2626 बूथ स्थापित किए गए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा इस प्रक्रिया की नियमित निगरानी की जा रही है, ताकि मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित हो सके।

ग्राम पंचायतों का विशेष सत्यापन करने का आदेश

जिला निर्वाचन अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई समीक्षा बैठक में सत्यापन प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों और तहसीलदारों को स्थलीय निरीक्षण के बाद ही डुप्लीकेट वोटरों के नाम हटाने को कहा। बीएलओ एप के माध्यम से एएमएफ की रिपोर्ट और शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करने के साथ-साथ 75 प्रतिशत से अधिक ईपी रेशियो वाले ग्राम पंचायतों का विशेष सत्यापन करने का आदेश दिया गया।

किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं

यह अभियान पंचायत चुनावों को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। डीएम ने स्पष्ट किया कि सत्यापन प्रक्रिया में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बीएलओ और सुपरवाइजर की नियुक्ति, वेबसाइट पर विवरण अपडेट करने, और ईबीएलओ एप के उपयोग को सुनिश्चित करें, ताकि मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध और विश्वसनीय हो।