MP Breaking News
Mon, Dec 15, 2025

‘भइया हमको सिलाई मशीन दिला दो..’ वाराणसी में सीएम योगी का पहला जनता दरबार, दो घंटे में पूरी हुई महिला की इच्छा

Written by:Saurabh Singh
जो बेरोजगार हैं और जिनके पति की आय सीमित है, ने दो पन्नों का आवेदन सौंपते हुए कहा, "भइया, सिलाई मशीन मिल जाए तो मैं सिलाई करके बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ा सकती हूं।"
‘भइया हमको सिलाई मशीन दिला दो..’ वाराणसी में सीएम योगी का पहला जनता दरबार, दो घंटे में पूरी हुई महिला की इच्छा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वाराणसी में पहली बार जनता दरबार आयोजित किया, जिसमें 100 से अधिक लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। सीएम ने प्रत्येक फरियादी की शिकायत को ध्यानपूर्वक सुना और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान एक भावुक पल तब आया, जब शैला खानम उर्फ निखत परवीन नामक मुस्लिम महिला ने मुख्यमंत्री को “भैया” कहकर संबोधित किया और सिलाई मशीन की मांग की, ताकि वह अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्च निकाल सके।

शैला, जो बेरोजगार हैं और जिनके पति की आय सीमित है, दो पन्नों का आवेदन सौंपते हुए कहा, “भइया, सिलाई मशीन मिल जाए तो मैं सिलाई करके बच्चों को अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ा सकती हूं।” उन्होंने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण बच्चों को बेहतर शिक्षा देना मुश्किल हो रहा है। उनकी इस भावनात्मक अपील ने उपस्थित लोगों का ध्यान खींचा और सीएम ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया।

महज दो घंटे के भीतर सिलाई मशीन उपलब्ध

मुख्यमंत्री योगी ने जिला प्रशासन को तत्काल सहायता प्रदान करने का आदेश दिया। उनके निर्देश पर महज दो घंटे के भीतर शैला को सिलाई मशीन उपलब्ध करा दी गई। इस त्वरित कार्रवाई से न केवल शैला की समस्या का समाधान हुआ, बल्कि जनता दरबार की प्रभावशीलता भी सामने आई। शैला ने सिलाई मशीन मिलने के बाद मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन का हृदय से आभार व्यक्त किया।

लोगों ने खूब सराहा और मांग की

वाराणसी में पहली बार आयोजित इस जनता दरबार को स्थानीय लोगों ने खूब सराहा और मांग की कि इसे नियमित रूप से आयोजित किया जाए। अब तक योगी आदित्यनाथ केवल गोरखपुर और लखनऊ में जनता दरबार लगाते रहे हैं, लेकिन वाराणसी में इस पहल ने लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान की उम्मीद जगाई है। शैला ने कहा कि अब वह सिलाई के जरिए अपने बच्चों को बेहतर भविष्य दे पाएंगी।