बाहुबली नेता रहे मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को सरकार के आदेश पर गाजीपुर जेल से कासगंज जिला कारागार स्थानांतरित कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, उमर को शुक्रवार रात कासगंज के लिए रवाना किया गया। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दीनदयाल पांडेय ने इस स्थानांतरण की पुष्टि करते हुए बताया कि उमर अंसारी को अब कासगंज जिला कारागार में रखा गया है।
पुलिस ने बताया कि उमर अंसारी को 3 अगस्त को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। उन पर अपने पिता मुख्तार अंसारी की जब्त संपत्तियों को छुड़ाने के लिए अदालत में जाली दस्तावेज पेश करने का आरोप है। यह मामला उत्तर प्रदेश गैंगस्टर अधिनियम के तहत जब्त की गई अंसारी परिवार की संपत्तियों से जुड़ा है, जिसे वापस पाने के लिए उमर ने एक याचिका दायर की थी।
अदालत में पेश किए गए जाली दस्तावेज
उमर अंसारी ने अपनी याचिका को सही ठहराने के लिए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए थे। इन दस्तावेजों पर उनकी मां अफशां अंसारी के जाली हस्ताक्षर होने का दावा किया गया है। पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी का पता चलने पर उमर के खिलाफ मोहम्मदाबाद थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
अफशां अंसारी फरार, इनाम घोषित
पुलिस बयान के मुताबिक, उमर की मां अफशां अंसारी इस मामले में फरार हैं, और उनके खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस ने कहा कि जाली दस्तावेजों के जरिए संपत्ति छुड़ाने की कोशिश में अफशां की भी भूमिका थी। इस मामले में आगे की जांच जारी है, और पुलिस फरार अफशां की तलाश में जुटी है।





