पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ और वाराणसी के बीच रेल यात्रा अब और आसान हो गई है। बुधवार से मेरठ और काशी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत हो गई है, जिससे श्रद्धालुओं, पर्यटकों और आम यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। ट्रेन नंबर 22490 मेरठ सिटी से सुबह 6:35 बजे रवाना होती है और ट्रेन नंबर 22489 वाराणसी से सुबह 9:10 बजे मेरठ के लिए प्रस्थान करती है। पहले यह ट्रेन मेरठ से लखनऊ तक चलती थी, जिसे अब वाराणसी तक विस्तारित किया गया है।
वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी जंक्शन से अयोध्या धाम जंक्शन, लखनऊ जंक्शन, आलमनगर, बरेली और मुरादाबाद होते हुए मेरठ सिटी पहुंचती है। यह ट्रेन 782.22 किलोमीटर की दूरी को लगभग 12 घंटे में तय करती है। मेरठ से सुबह 6:35 बजे रवाना होकर यह ट्रेन शाम 6:25 बजे वाराणसी पहुंचती है, जबकि वाराणसी से सुबह 9:10 बजे चलकर रात 9:05 बजे मेरठ पहुंचती है। इस रूट से अयोध्या और लखनऊ जैसे महत्वपूर्ण शहरों तक पहुंचने में यात्रियों का समय बचेगा।
कम समय में आरामदायक यात्रा
यह वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर का अनुभव प्रदान करती है। पहले मेरठ से वाराणसी जाने के लिए यात्रियों को लखनऊ या दिल्ली के रास्ते ट्रेन बदलनी पड़ती थी, जिससे समय और असुविधा होती थी। अब इस ट्रेन के शुरू होने से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि यात्रियों को अयोध्या और काशी जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंचने में भी आसानी होगी। यह ट्रेन यात्रियों को सुविधाजनक और परेशानी मुक्त यात्रा अनुभव प्रदान करेगी।
वंदे भारत की खासियत और महत्व
वंदे भारत एक्सप्रेस एक सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है, जो 160-180 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती है। पूरी तरह से भारत में निर्मित इस ट्रेन का उद्देश्य यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करना है। धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ने वाली यह ट्रेन यात्रियों के समय की बचत करती है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि इस ट्रेन से मेरठ और वाराणसी के बीच सीधी कनेक्टिविटी स्थापित हुई है, जिससे अयोध्या और काशी जैसे स्थानों तक पहुंचना अब और आसान हो गया है।





