रायबरेली में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी के दो दिवसीय दौरे की शुरुआत तनावपूर्ण माहौल में हुई। बुधवार को लखनऊ से सड़क मार्ग के जरिए रायबरेली पहुंचते ही उनके काफिले को योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और उनके समर्थकों ने लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर हरचंदपुर के गुलुपुर के पास रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने “राहुल गांधी वापस जाओ” के नारे लगाए, जिससे करीब 20 मिनट तक काफिला रुका रहा। इस दौरान पुलिस-प्रशासन के बीच अफरातफरी का माहौल रहा।
विरोध का नेतृत्व कर रहे मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की मौजूदगी में बिहार में प्रधानमंत्री की मां को अपमानित किया गया, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। उनके समर्थकों ने हाईवे पर धरना देकर काफिले को रोकने की कोशिश की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कार्यकर्ताओं के उत्तेजित होने पर मंत्री ने उन्हें शांत किया, लेकिन इस घटना ने स्थानीय प्रशासन को मुश्किल में डाल दिया। पुलिस ने काफी प्रयास के बाद स्थिति को नियंत्रित कर काफिले को आगे बढ़ने का रास्ता दिया।
20 मिनट की रुकावट के बाद काफिला आगे बढ़ा
राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दौरे पर लखनऊ एयरपोर्ट से सड़क मार्ग के जरिए पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया था। हालांकि, हरचंदपुर में हुए इस विरोध प्रदर्शन ने उनके दौरे की शुरुआत को विवादास्पद बना दिया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस को हालात संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, और करीब 20 मिनट की रुकावट के बाद काफिला आगे बढ़ सका।
रायबरेली में राजनीतिक माहौल गर्म
यह घटना राजनीतिक तनाव को दर्शाती है, जो राहुल गांधी के दौरे के दौरान सामने आई। मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में हुए इस विरोध ने न केवल स्थानीय प्रशासन को चुनौती दी, बल्कि रायबरेली में राजनीतिक माहौल को भी गर्म कर दिया। इस घटना के बाद राहुल गांधी के दौरे के बाकी कार्यक्रमों पर भी सबकी नजरें टिकी हैं, क्योंकि यह दौरा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित किया गया है।





