अयोध्या में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने घोषणा की कि 2026 के उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में सपा अपने समर्थित उम्मीदवारों को पूरे जोश के साथ उतारेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि जिला पंचायत सदस्य, बीडीसी और प्रधान के 90 प्रतिशत पदों पर सपा का कब्जा होगा। पाल ने कहा कि जिला पंचायत सदस्यों का चयन जिलाध्यक्षों के साथ आपसी सहमति से किया जाएगा। यह बयान गुरुवार को अयोध्या में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया गया।
श्यामलाल पाल ने कहा कि सपा के संस्थापक नेताजी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण व्यवस्था लागू कर सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व का अवसर दिया, जिससे पहले एक ही परिवार का पंचायतों पर दबदबा था। उन्होंने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार पूंजीवाद और सामंतवाद को बढ़ावा दे रही है और वोट चोरी के जरिए लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। पाल ने दावा किया कि 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता सामंतवादी व्यवस्था को खत्म कर समाजवाद की स्थापना करेगी।
अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा
लखनऊ में सपा ने अपनी संगठनात्मक ताकत को और मजबूत करने के लिए बूथ अध्यक्षों का सम्मेलन आयोजित किया, जिसका आयोजन पूर्व विधायक गोमती यादव ने किया। इस अवसर पर श्यामलाल पाल ने बूथ प्रभारियों को संकल्प दिलाया कि वे अपने बूथ जीतकर 2027 में सपा की सरकार बनवाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीब, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों के बच्चों को बेहतर शिक्षा से वंचित कर रही है, जिसका जवाब जनता आगामी चुनाव में देगी।
शिक्षा के बिना संविधान और अधिकारों की रक्षा संभव नहीं
पाल ने भविष्यवाणी की कि 2027 के विधानसभा चुनाव में सपा उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षा के बिना संविधान और अधिकारों की रक्षा संभव नहीं है। सम्मेलन में पूर्व सदस्य विधान परिषद शशांक यादव और सांसद आके चौधरी भी उपस्थित रहे। सपा का यह अभियान बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और जनता के बीच अपनी पैठ बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।





