लखनऊ में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर ‘जनता दर्शन’ कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें प्रदेश भर से आए 50 से अधिक लोगों ने अपनी समस्याएं उनके सामने रखीं। सहारनपुर की एक महिला ने बताया कि उनके पास राशन कार्ड नहीं है और कोटेदार द्वारा राशन लेने गए समय अभद्र व्यवहार किया जाता है। सीएम योगी ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि जनसेवकों द्वारा किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को जनता के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
जनता दर्शन में अधिकांश शिकायतें जमीनी विवादों से संबंधित थीं। प्रयागराज से आए एक सीआरपीएफ जवान ने अपनी जमीन से जुड़े मामले को उठाया, जिस पर सीएम ने स्थानीय प्रशासन को शीघ्र निस्तारण के लिए निर्देश दिए। इसी तरह, शामली की एक महिला ने बताया कि उनके पति असम में तैनात हैं और प्रयागराज में खरीदी गई जमीन पर कब्जा लेने में दिक्कत हो रही है। मुख्यमंत्री ने उनकी शिकायत पर ध्यान देते हुए अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया।
आर्थिक सहायता और दिव्यांगों के लिए विशेष ध्यान
कार्यक्रम में मंजू देवी त्रिपाठी ने अपोलो अस्पताल में चल रहे इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। सीएम योगी ने आश्वासन दिया कि सरकार हर जरूरतमंद मरीज को सहायता प्रदान कर रही है और उन्होंने अस्पताल से इलाज का अनुमानित खर्च मंगवाने को कहा। इसके अलावा, गाजीपुर से आए दिव्यांग उधम यादव को पेंशन, आयुष्मान कार्ड, हैंडपंप और आवास की मांग पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए। सीएम ने उन्हें इलेक्ट्रॉनिक वॉकिंग स्टिक भी प्रदान की।
बच्चों के प्रति स्नेह और प्रोत्साहन
जनता दर्शन में बच्चों के साथ आए अभिभावकों के प्रति सीएम योगी ने विशेष स्नेह दिखाया। उन्होंने बच्चों को चॉकलेट और टॉफी देकर उनका मनोबल बढ़ाया और पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने आशीर्वाद दिया। यह जनता दर्शन कार्यक्रम मुख्यमंत्री की जनता के प्रति संवेदनशीलता और त्वरित समाधान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।





