Government Job : ‘पारले जी के बाद सबसे अधिक इज्जत सरकारी नौकरी की’ IAS ने ट्वीट किया वीडियो

IIT Kanpur

Funny Tweet on Government Job : सरकार नौकरी..भला इसका महत्व किसे नहीं पता। आज भी हमारे यहां सरकारी नौकरी को सबसे सुरक्षित करियर के रूप में देखा जाता है। ‘भले ही छोटी हो लेकिन सरकारी नौकरी हो’ ये जुमला अक्सर ही सुना है हमने। निजीकरण के दौर में भी प्राइवेट सेक्टर की अनिश्चितता को देखते हुए युवा एक अदद सरकारी नौकरी की चाह में रहते हैं। हम रोज ही देखते हैं कि किसी तृतीय या चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती के लिए भी पीएचडी किए हुए लोगों के भी आवेदन आते हैं। इसी से समझ आता है कि सरकारी नौकरी को लेकर लोगों में कितना आकर्षण है।

पारले जी के बाद सबसे अधिक इज्ज़त सरकारी नौकरी की

जिस चीज का जितना आकर्षण होगा, उतनी उसके लिए दावेदारी भी होगी। एक एक पद के लिए लाखों लोग आवेदन करते हैं। सरकारी नौकरी पाना किसी हीरे को पाने से भी मुश्किल है। ये बात हम नहीं एक युवा कह रहा है जिसकी बात अब तेजी से वायरल हो रही है। इसने सरकारी नौकरी को लेकर एक ट्वीट किया है जिसे आईएएस डॉ. सुमिता मिसरा ने शेयर करते हुए कैप्शन दिया है ‘सरकारी नौकरी को लेकर इनकी राय सुनिए।’ इस ट्वीट में एक युवक कह रहा है ‘भारत देश में पारले जी के बाद जो इज्जत कमाई है न, वो सरकारी नौकरी ने कमाई है। आईफोन तो ओवररेटेड है, एक किडनी में आ जाता है। सरकारी नौकरी..दिल पर अटैक करता है। गली का हर दूसरा लौंडा अपनी जवानी झोंक रहा है। अपनी अपनी वजह है। किसी को इंतकाम पूरा करना है, किसी को इज्जत चाहिए, किसी को चाहिए रिंकी। इतनी तैयारी ओलंपिक में करते न तो खुदा कसम डायमंड ले आते। डायमंड होता नहीं है, हमारी तैयारी देख के दे देते।’

हालिया स्थिति पर चुटीला व्यंग्य 

ये वीडियो पहली नजर में मजेदार लग सकता है, लेकिन गौर से देखें तो हमें इसमें आज के समय और समाज की विडंबना भी नजर आएगी। ये एक तरह की सच्चाई भी है। आज जिस तरह बेरोजगारी बढ़ रही है, सरकारी भर्तियां हो नहीं रही और युवाओं के सामने अपने भविष्य को लेकर कोई इतनी अस्पष्टता है..ऐसे में इस तरह की बातें होना बहुत असामान्य नहीं। युवा अपनी भड़ास निकाल रहे हैं या व्यंग्य कर रहे हैं..लेकिन इसमें यथार्थ भी है और सवाल भी। जिस तरह निजी क्षेत्रों में नौकरी की कोई गारंटी नहीं होती, लोगों का सरकारी नौकरी के प्रति मोह स्वाभाविक है। लेकिन एक सरकारी नौकरी के लिए जितने पापड़ बेलने पड़ते हैं, ये वीडियो उसी की एक बानगी है। इसे अब तक साढ़े 4 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं और ये तेजी से वायरल हो रहा है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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