Disruption of meaning from teacher’s remark : स्कूल में शिक्षक बच्चों को बहुत कुछ सिखाते हैं। भाषा भी उनमें एक प्रमुख विषय है। व्याकरण, सही शब्द, उच्चारण, वाक्य विन्यास से लेकर साहित्य तक..शिक्षक सिखाते समझाते हैं। कई बार बच्चों से गलतियां भी होती हैं और उन्हें ठीक करना, सुधारना, सही बताना ही शिक्षकों का दायित्व भी है। लेकिन अगर कभी कोई शिक्षक ही गलती कर दे तो..गलती भी ऐसी जिससे अर्थ का अनर्थ हो जाए।
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक मार्कशीट की फोटो काफी वायरल हो रही है। हालांकि ये कुछ समय पुरानी फोटो है लेकिन अब इसे लेकर चर्चाएं हैं। इसमें एक मार्कशीट पर टीचर के रिमार्क है ‘शी हेज़ पास्ड अवे’ (she has passed away) जिसका अर्थ होता है कि उसकी मृत्यु हो गई है। जबकि वो यहां लिखना चाहती होंगी कि वो पास यानी उत्तीर्ण हो गई है। इसके लिए उन्हें लिखना था ‘शी हेज़ पास्ड’ (she has passed), लेकिन एक अतिरिक्त शब्द ने यहां अर्थ का अनर्थ कर दिया और भाषा के कारण उत्तीर्ण छात्रा को मृत छात्रा में तब्दील कर दिया।
हालांकि यहां उद्देश्य शिक्षक का मज़ाक बनाना नहीं है..क्योंकि इसे एक मानवीय भूल माना जा सकता है। गलतियां सबसे होती है..लेकिन ये एक ऐसी गलती है जिससे थोड़ा बहुत नहीं..अर्थ में जमीन आसमान का हेरफेर हो रहा है। ये भी सोचने वाली बात है कि जो शिक्षक स्वयं इस तरह की गलती कर रहे हैं..वो भी इतने अहम दस्तावेज पर, वो क्या कक्षा में भी इसी तरह पढ़ाते होंगे। अगर ऐसा है तो फिर छात्रों ने उनसे क्या सीखा होगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। बहरहाल..चाहे मार्कशीट पर कुछ भी लिखा हो, लेकिन बात के शाब्दिक अर्थ नहीं भाव को समझना बेहतर है और जिस बच्चे की मार्कशीट है उसे मुबारकबाद देना ही अच्छा कि वो अगली कक्षा में पहुंच गई है। उम्मीद करेंगे कि शिक्षक भी अपनी इस गलती से सबक लेंगे और आगे कभी भी इतनी बड़ी चूक दोहराएंगे नहीं।