दर्शल रोजी बे ऐप के माध्यम से जबलपुर में रहने वाले एक युवक के साथ 55 हजार रु की ठगी की गाओ थी, इस मामले की जाँच करने 17 तारीख को जबलपुर से सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज खान,आरक्षक आसिफ और विजय नोएडा गए हुए थे 18 तारीख को आरोपी के खातों को सीज न करने के लिए उन्होंने रिश्वत की मांग की इस दौरान सायबर सेल में पदस्थ पुलिसकर्मियों का आरोपी और उसके साथियों से विवाद हो गया,विवाद के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई और पुलिसकर्मियों की दो पिस्टल भी छीन ली गई जिसकी शिकायत नोयडा के गौतम बुद्ध नगर थाने में करवाई गई।
नोयडा पुलिस की जाँच में हुआ खुलासा
पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीनने के मामले की नोयडा पुलिस ने जब जाँच शुरू की तो परत दर परत खुलासे होने लगे।जाँच में पाया गया पंकज,राशिद और आसिफ ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उसके पक्ष में करने के लिए रिश्वत की मांग की, जिसको लेकर विवाद हुआ और उन्होंने मारपीट करते हुए उनकी पिस्टल छीन ली,हालांकि आरक्षक विजय इस मारपीट और रिश्वत कांड से दूर रहा।
नोयडा कमिश्नर की शिकायत पर एडीजे ने किया निलबिंत
रिश्वत को लेकर हुई मारपीट और पिस्टल छीनने की घटना को नोयडा कमिश्नर ने मध्यप्रदेश सायबर सेल एडीजे साई मनोहर को बताई,एडीजे ने भी माना कि पकंज-आसिफ और राशिद की गलती है लिहाजा तीनो को निलबिंत कर दिया गया,वही इस मामले की सायबर सेल पुलिस अब पुनः नोयडा जाकर जाँच भी करेगी।
बीस लाख रु की मांगी थी पुलिसकर्मियों ने रिश्वत
जानकारी के मुताबिक सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उनके पक्ष में करने के लिए 20 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी,इसी रकम को लेकर सूर्यभान से इनका विवाद हुआ था, फिलहाल अभी तीनों ही निलंबित पुलिसकर्मी को जुडिशल रिमांड में भेज दिया गया है वही जल्द ही एक टीम नोएडा जाने की तैयारी कर रही है।