टीम वीडी में सिंधिया समर्थकों को जगह नहीं, कांग्रेस का तंज ट्रांजिट विजिट पर ही रहेंगे महाराज

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष खजुराहो सांसद वीडी शर्मा (VD Sharma)ने बुधवार को अपनी नई कार्यकारिणी घोषित कर दी। 28 सदस्यीय टीम में संतुलन बनाये रखने का प्रयास किया गया है लेकिन खास बात ये है कि इसमें मूल रूप से संगठन के लोगों को ही जगह मिली है, ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)समर्थकों को टीम वीडी (Team VD) में स्थान नहीं मिला है। कांग्रेस (Congress)  ने सिंधिया समर्थकों के शामिल नहीं किये जाने पर तंज कसा है। कांग्रेस (Congress) का कहना है कि भाजपा (BJP)ने संकेत दे दिया है कि महाराज ट्रांजिट विजिट पर ही रहेंगे।

कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) गिराने और भाजपा (BJP) में आने के बाद अपने समर्थकों को मंत्री बनवाने में कामयाब हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) राज्यसभा तो पहुँच गए लेकिन अभी वे केंद्रीय मंत्री (Central Minister) बनने की बाट जोह रहे हैं। कुछ दिन पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan)की टीम में अपने दो खास समर्थकों तुलसीराम सिलावट (Tulsiram Silavat) और गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) को फिर से मंत्री बनवाने में कामयाब हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा (VD Sharma)की टीम में अपने समर्थकों को जगह नहीं दिला पाए। हालांकि भाजपा (BJP)  की प्रदेश कार्यकारिणी में हो रही देरी को लेकर ये कयास लगाए जा रहे थे कि सिंधिया (Scindia)के दखल के कारण ऐसा हो रहा है लेकिन बुधवार को घोषित टीम वीडी (Team VD) से ये कयास धूमिल हो गए। सिंधिया (Scindia) के किसी भी समर्थक को प्रदेश कार्यकारिणी में पदाधिकारी नहीं बनाया गया है। गौरतलब है पहले भी जब प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत शर्मा (VD Sharma)ने महामंत्रियों की घोषणा की थी उस समय भी सिंधिया (Scindia) समर्थक दरकिनार कर दिए गए थे। इसके बाद यह माना जा रहा था कि कांग्रेस की तर्ज पर भाजपा (BJP) में भी सिंधिया अपने समर्थकों को प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल कराने में कामयाब होंगे। लेकिन हुआ इसके ठीक विपरीत। भाजपा संगठन ने उन्हें कोई खास तवज्जो नहीं दी है।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....