एनजीओ के नाम पर फर्जी चिटफंड कंपनी चलाने वाला गिरफ्तार, पूछताछ जारी

जबलपुर, संदीप कुमार। एनजीओ के नाम पर फर्जी चिटफंड कंपनी चलाने वाले संचालक मनीष कनौजिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लाइफ केयर सोसाइटी के नाम से एक एनजीओ चलाता था। पुलिस का मानना है कि उसने बड़े पैमाने पर लोगो के साथ धोखाधड़ी की है, आरोपी से अब इस बारे में पूछताछ की जा रही है।

मनोज मनीष कनोजिया वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, बेरोजगार भत्ता और अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए महिलाओं से रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। इसके बाद वह लोगों से 11 माह तक पांच सौ रुपए प्रति माह कमीशन देने का झांसा देता था। इस तरह उसने सैकड़ों महिलाओं से रजिस्ट्रेशन फीस और बतौर एडवांस मोटी रकम जमा कर ली थी। लॉर्डगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली पारुल पाठक भी इस झांसे में आ गई थी। उन्हें मनीष कनोजिया ने नौकरी देने के बहाने अपने ऑफिस का एक माह तक काम कराया था लेकिन एक माह के बाद मनीष उन पर ग्राहक बनाने के लिए जोर देने लगा जिस पर उन्होंने नौकरी छोड़ दी। लेकिन जब उन्हें वेतन नहीं मिला तब इसकी शिकायत उन्होंने लॉर्डगंज पुलिस थाने में की। इस दौरान उन्होने पुलिस को मनीष कनौजिया के द्वारा किए जा रहे फर्जीवाड़े की जानकारी दी थी। इस पर लॉर्डगंज थाना पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मनीष कनौजिया के लाइफ केयर सोसाइटी कार्यालय में छापा मारा। यहां से सैकड़ों की तादाद में लोगों के आवेदन पत्र और अन्य सभी दस्तावेज बरामद किए और आरोपी मनोज कनौजिया को गिरफ्तार किया। पुलिस का मानना है कि बड़े पैमाने पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। अब इस फर्जी चिटफंड कंपनी में आवेदन जमा करने वालों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं जिससे यह मालूम होगा कि आरोपी मनीष कनोजिया ने कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी की है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।