इंदौर, आकाश धोलपुरे। कोरोना की दूसरी लहर (corona second wave) के जाते जाते ही अब एक बार फिर निजी स्कूलों (private schools) द्वारा पालको पर फीस सहित अन्य प्रकार के दबाव बनाना शुरू कर दिए गए है। इसी का परिणाम है इंदौर में बुधवार को एक निजी स्कूल के बाहर सैंकड़ो पालको ने हंगामा मचा दिया और इसके बाद पालको के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए स्कूल प्रबंधन (school management) ने पालको को भिखारी तक कह डाला जिसके बाद पालको का आक्रोश बढ़ गया और ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल (social media viral) है।
राउ केट रोड़ स्थित सेंट नॉर्बर्ट स्कूल में बुधवार को बड़ी संख्या में पालक एकत्रित हो गए थे और पालको ने स्कूल की मनमानी के विरोध में जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। फीस, ऑनलाइन क्लासेस रिजल्ट सहित अन्य बातों को लेकर पेरेंट्स और स्कूल प्रबंधन के बीच विवाद की स्थिति बन गई। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने पालको को शांत करने के लिए कुछ पालको के प्रतिनिधि के तौर पर बातचीत के लिए बुलाया। इसी दौरान फीस में रियायत और मानवीय मूल्यों के ध्यान में रखकर फैसला लेने की बात पर चर्चा चल रही थी वही इसके पहले पालक ने हंगामे के दौरान बताया कि स्कूल की ओर से उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
बता दे कि स्कूल में चर्चा के दौरान पालको की मांग पर सेंट नॉर्बेट स्कूल के फादर माइकल जॉन ने पालको से कह डाला कि भीख मांगने वाली ऊंची आवाज में बात न करे। फिर क्या था पालक भड़क गए और स्कूल प्रबंधन की पालको ने जमकर खिंचाई शुरू कर दी। इसके बाद पालको ने स्कूल के फादर के खिलाफ अभद्रता और अशोभनीय भाषा के इस्तेमाल के मामले में पुलिस को शिकायती आवेदन भी दिया है। पालको का आरोप है कि स्कूल के फादर द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा पूरे समाज का अपमान है। वही इस मामले को लेकर जागृत पालक संघ ने भी आपत्ति ली है।
दरअसल, कोरोना काल के दौरान समूचे प्रदेश के अधिकतर निजी स्कूलों के हालात ये ही है जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान साफ निर्देश दे चुके है कि निजी स्कूलों द्वारा फीस नहीं बढ़ाई जाए। इस निर्देश के परिपालन के लिए प्रशासन और जिला शिक्षा विभाग को साफ कर दिया गया है। बावजूद इसके ऑनलाइन स्कूलिंग कराने वाले निजी स्कूल रख रखाव और स्टॉफ वेतन के नाम पर पालको पर दबाव बना रहे है।
वही न्यायालय भी आदेश दे चुकी है कि बच्चो के रिजल्ट नही रोके जा सकते और पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लासेस भी बंद नही की जा सकती है। बावजूद इसके ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है। जिसका सीधा मतलब है कि निजी स्कूल मनमानी पर उतर आये है और उन पर किसी भी निर्देश और आदेश का कोई असर नही दिख रहा है। इंदौर का वायरल वीडियो तो ये ही बता रहा है।