मध्यप्रदेश में आखिरकार अस्टिटेंट प्रोफेसरों का इंतजार खत्म हो गया है..कमलनाथ सरकार ने अस्सिटेंट प्रोफेसरों को नियुक्ति का तोहफा दिया है।लंबे इंतजार के बाद पीएससी से चयनित अस्सिटेंट प्रोफेसरों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए है..जल्द ही बाकी पदों पर भी जल्द भर्ती होगी।सारे अस्सिटेंट प्रोफेसरों को ज्वाइनिंग दी जाएगी।
भाजपा सरकार में चयनित हुए थे उम्मीदवार
प्रदेश भर में प्रोफेसरों के खाली पदों को पीएससी के जरिए सीधी भर्ती से भरा गया था..2500अस्सिटेंट प्रोफेसर सीधी भर्ती से चयनित हुए थे।लेकिन लंबे समय से नियुक्ति ना होने से परेशान थे।उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा था कि मामला कोर्ट में है…यहीं वजह है कि अब तक नियुक्तियां नहीं हो सकी है..लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 91महिला उम्मीदवारों के पदों पर स्टे देने के साथ ही बाकी पदों पर भर्ती के लिए स्वतंत्रता दे दी है..जिसके बाद ही आज प्रदेश भर के 124पदों पर अस्सिटेंट प्रोफेसरों को नियुक्ति दे दी गई है। जल्द ही बाकी अस्सिटेंट प्रोफेसरों को भर्ती दी जाएगी।बीते साल 6दिसंबर 2018से अस्सिटेंट प्रोफेसर नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे।एक साल पूरा होने के 8दिन पहले ही कांग्रेस सरकार ने सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति दे दी है। उच्च शिक्षा मंत्री का कहना है कि जल्द ही बाकी सहायक प्राध्यापकों को भी ज्वाइनिंग दी जाएगी।
सहायक प्राध्यापकों की पदयात्रा जारी
सहायक प्राध्यापकों भर्ती को लेकर कई बार आंदोंलन कर चुके है..भोपाल में भी पदयात्रा निकाल कर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी पर दवाब बनाने का प्रयास कर चुके है..लेकिन अब ज्वाइनिंग से पहले सहायक प्राध्यापकों की पदयात्रा उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के विधानसभा क्षेत्र राउ से जारी है..सहायक प्राध्यापक पदयात्रा करते हुए 30नवंबर को भोपाल पहुंचेंगे..सहायक प्राध्यापकों का कहना है कि भले ही एक साल के पहले नियुक्ति दी गई है..लेकिन पूरे 2500पदों पर भर्ती ना होने तक पदयात्रा जारी रहेगी…भोपाल में राज्यपाल के नाम सहायक प्राध्यापक ज्ञापन भी सौंपेंगे..