एमपी(madhypradesh) में कांग्रेस(congress) की सत्ता होने के बावजूद कई नेताओं को पार्टी द्वारा दरकिनार किया जा रहा है, जिसके चलते समय समय पर उनका दर्द छलक आता है। अब देश भर की राजनीति के चाणक्य (chanakya) माने जाने वाले मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री (ex chief minister) स्वर्गीय अर्जुन सिंह (late arjun singh) के पुत्र और पहले कान्ग्रेस सरकार में मंत्री-विधायक रह चुके अजय सिंह (ajay singh) उर्फ राहुल भैया इन दिनों अपनी ही सरकार से खफा है ।
दरअसल विधानसभा (assembly) और लोकसभा (loksabha) का चुनाव हारने के बावजूद उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। भाजपा (bjp) की सरकार में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपनी अमिट छाप छोड़ चुके अजय सिंह सीधी जिले के रामपुर नैकिन में जनता को संबोधित करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जब सरकार बनी थी तब हमने भी सोचा था कि हम युवाओं की बेरोजगारी दूर करेंगे, सिंचाई के साधन बढ़ाएंगे ,हमारी बहुत इच्छा थी कि हम भी कुछ काम करेंगे लेकिन आज हमारी ही सुनवाई नहीं हो रही है। सब कुछ ठीक होने के बाद भी सब कुछ ठीक नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiradiytya scindia) के बाद कांग्रेस के एक और दिग्गज का यह बयान पार्टी के लिए कहीं न कहीं खतरे की घंटी है और यह सब बताता है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।
बता दे कि यह पहला मौका नही है, इससे पहले भी अजय सिंह का दर्द मीडिया और कार्यकर्ताओं के सामने छलका है।बीते दिनों ही एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि ना मैं मंत्री हूं और ना ही विधायक ।मेरे पास तो वो लोग आते है जिनकी कोई नहीं सुन रहा है। हां मेरे पास, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आते है, जो अपनी बात कहना चाहते है।