ये खबर इंदौर से सटे गौतमपुरा ग्रामीण क्षेत्र की है जहां शुक्रवार को एक ऐसा विवाह समारोह का आयोजन हुआ जो अब इतिहास के पन्नो में दर्ज हो चुका है। दरअसल, दूल्हे के पिता को कैंसर है और दादी 85 की उम्र पार हो गई है। ऐसे में दोनों की ही इच्छा थी कि वो अपने प्रिय आयुष की शादी अपनी आंखों के सामने देख ले। इसके लिए गौतमपुरा निवासी कैंसर पीड़ित संतोष चौहान ने प्रशासन से गुहार लगाई की उनके बेटे के विवाह की परमिशन दी जाए।
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अनुमति मिलने के बाद रूणजी निवासी दुल्हन बबली और उसके परिजनों को बुलाया गया और गौतमपुरा में ही विवाह सम्पन्न कराया गया। विवाह के पहले गौतमपुरा नगर परिषद ने मंदिर को सेंटनेटाइज कराया और चंद लोगो की मौजदूगी में पंडित विकास बैरागी ने विवाह कराया। इसके बाद प्रशासन की ओर से मौजूद नायब तहसीलदार जितेंद्र वर्मा और नगर परिषद सीएमओ नागेन्द्रराय कानूनगों ने उपहार व आशीर्वाद स्वरूप दूल्हा दुल्हन को सेनेटाइजर, मास्क और ग्लब्ज भेंट किये। इधर, अनूठे विवाह के साक्षी बने समूचे गांव ने लॉक डाउन और सोशल डिस्टेसिंग का पालन घर मन्दिर से निकलते वक्त दूल्हा दुल्हन का स्वागत शंख,घन्टी, थाली और ताली बजाकर किया।
इसके बाद जब दुल्हन का गृह प्रवेश हुआ तब दूल्हा – दुल्हन ने अपनी दादी व केंसर पीड़ित पिता के चरण वंदन किये तो उनकी आँखें खुशी से भर आई। आखिरकार, कैंसर से बुरी तरह पीड़ित पिता और वृद्धावस्था को पार कर चुकी दादी की एक बड़ी और खास इच्छा जो पूरी हो गई थी। ये अनूठा विवाह कोरोना के दौर में ऐतिहासिक इसलिए भी माना जा रह है क्योंकि ग्रामीण दूल्हा दुल्हन की शादी में शरीक तो हुए लेकिन अपने घरों में ही रहकर वही दूसरी ओर प्रशासन के दिये गए तोहफे भी चर्चा में है इसके साथ ही अपनो के सपनो को पूरा करता एक विवाह ऐसा भी अब चर्चाओं में है जिसकी गूंज दूर – दूर तक सुनाई दे रही है।