स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, झोलाछाप डॉक्टर के यहां दी दबिश, दवाईयां की जब्त

शहडोल, अखिलेश मिश्रा। देश भर में कोरोना का प्रकोप जारी है, आए दिन कोरोना के हजारों में मामले सामने आ रहे है। वहीं इस दौर में झोलाछाप डॉक्टर अपना सिक्का चमकाने में लगा हुए है, एक ऐसा ही मामला शहडोल जिले से आया है,जहां लंबे समय से लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टर पर आज स्वास्थ्य विभाग सख्त नजर आया। विभाग ने आज झोलाछाप डॉक्टर के यहां अचानक दबिश दी और कार्रवाई करते हुए कई प्रकार की दवाईयां जब्त की है।

बता दें कि जिला मुख्यालय के वार्ड क्रमांक 29 में आनंद दुबे नामक व्यक्ति लंबे समय से डॉक्टरी की दुकान खोलकर बैठा था,जहां पर आज स्वास्थ्य विभाग ने दबिश देते हुए 47 प्रकार की दवाइयां जब्त की है, जिसमें अंग्रेजी दवाइयां एवं कुछ शासकीय दवाई भी जब्त की गई है। सिरप, बोतल, गर्भनिरोधक गोलियां जैसे अनेकों प्रकार की दवाइयां स्वास्थ्य विभाग ने जब्त की है, उक्त कार्रवाई एमओ सचिन खारकुर एवं जिला रोजो उपचार प्रभारी राकेश श्रीवास्तव के द्वारा की गई है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।