भोपाल रेलवे स्टेशन के वीआईपी गेस्ट रुम में युवती से गैंगरेप, रेलवे के 2 बड़े अफसर निलंबित

gangrape-with-married-lady-in-truck-in-bhopal-mp

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में सामूहिक दुष्कर्म (Gang rape) मामले में रेलवे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए  दो अफसरों  आरोपी राजेश तिवारी (Rajesh Tiwari) और आलोक मालवीय को निलंबित कर दिया गया है।मंडल में राजेश तिवारी (Rajesh Tiwari) डीआरएम कार्यालय में सीनियर सेक्शन इंजीनियर सेफ्टी (Senior Section Engineer Safety) और आलोक मालवीय (Alok malaviya) भोपाल स्टेशन पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर विद्युत (Senior Section Engineer Electricity at Bhopal Station) के पद पर कार्यरत थे। युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी राजेश तिवारी और आलोक मालवीय को गिरफ्तार कर लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार, 22 वर्षीय युवती का परिचय झांसी में रहने वाले एक रिश्तेदार ने राजेश तिवारी से करवाया था, जिसके बाद दोनों के बीच हर रोज बातें होने लगी थी। शुक्रवार को राजेश ने युवती को नौकरी दिलाने का झांसा देकर भोपाल बुलाया था। शनिवार सुबह सात बजे वह भोपाल एक्सप्रेस (Bhopal Express) से भोपाल पहुंची। राजेश तिवारी ने स्टेशन के वीआइपी गेस्ट रूम में उसके रुकने का इंतजाम करवा दिया और 11 बजे के आसपास अलोक के साथ कमरे में गया और कुछ पीने को दिया तो उसे नशा चढ़ गया और इसके बाद दोनों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। दोपहर तीन बजे बाद जब उसकी बेहोशी टूटी तो उसे अपने साथ हुए दुष्कर्म का पता चला और फिर उसने थाने जाकर शिकायत दर्ज करवाई।पीड़ित महिला द्वारा की गई शिकायत पर GRP थाने की पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही शुरू की। कार्यवाही के दौरान पुलिस ने प्लेटफार्म नंबर-1 के VIP रेस्ट रूम को सील कर दिया है। पुलिस ने बताया, इस रूम के अंदर शराब की खाली बोतलें और कुछ आपत्तिजनक सामान भी पाया गया हैं। पुलिस ने दोनों आरोपी अफसरों को गिरफ्तार कर लिया हैं।  वही डीआरएम उदय बोरवणकर ने शनिवार रात को ही मामले में जांच के आदेश दिए थे। रेलवे की प्राथमिक जांच में भी दोनों आरोपित मिले हैं इसलिए यह कार्रवाई की गई है। विस्तृत जांच रिपोर्ट 2 अक्टूबर तक आने की संभावना है।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)