Hyundai की फ्लैगशिप इलेक्ट्रिक SUV Ioniq 5 को लेकर कंपनी ने बड़ी उम्मीदें जताई थीं, लेकिन मई 2025 के बिक्री आंकड़े निराशाजनक रहे। ₹4 लाख के भारी डिस्काउंट के बावजूद देशभर में सिर्फ 11 यूनिट्स ही बिक सकीं। ये इस साल की सबसे कमजोर परफॉर्मेंस है। Hyundai ने 2023 में इस कार को 44.95 लाख की कीमत पर लॉन्च किया था, जो अब बढ़कर 46.05 लाख हो चुकी है। लेकिन डिस्काउंट के बाद भी ग्राहक इससे दूरी बना रहे हैं।
Hyundai के लिए इलेक्ट्रिक सेगमेंट में गिरती बिक्री का सबसे बड़ा कारण कीमत और ग्राहक की प्राथमिकताएं हैं। Ioniq 5 प्रीमियम सेगमेंट की गाड़ी है, जिसकी कीमत लगभग ₹42 लाख (डिस्काउंट के बाद) है। इस प्राइस रेंज में भारतीय ग्राहक अब भी पेट्रोल या हाइब्रिड ऑप्शन्स को बेहतर मानते हैं। वहीं, कंपनी का पूरा फोकस SUV सेगमेंट में क्रेटा, वेन्यू और एक्सटर जैसी गाड़ियों पर रहा है, जिन्होंने अच्छा परफॉर्म किया है। दूसरी तरफ, EV सेगमेंट में अब क्रेटा इलेक्ट्रिक और Tata Nexon EV जैसी ज्यादा किफायती और भरोसेमंद गाड़ियां आ गई हैं, जिनका रिस्पॉन्स शानदार है। ऐसे में Ioniq 5 को ज्यादा फिचर्स और लंबी रेंज के बावजूद कोई खास बढ़त नहीं मिल पाई। हाई प्राइस, लिमिटेड चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्राहकों का सीमित विश्वास इसके पीछे मुख्य कारण हैं।

Hyundai Ioniq 5 Specifications और फीचर्स पर एक नजर
Hyundai Ioniq 5 को प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV के तौर पर उतारा गया है। इसमें 72.6kWh की बैटरी है, जो ARAI सर्टिफिकेशन के मुताबिक 631 किलोमीटर की रेंज देती है। कार में सिर्फ रियर-व्हील ड्राइव ऑप्शन मिलता है और यह 217hp की पावर व 350Nm का टॉर्क जनरेट करती है।
Ioniq 5 की सबसे बड़ी खूबी इसकी 800 वोल्ट की फास्ट चार्जिंग है, जो इसे महज 18 मिनट में 10% से 80% तक चार्ज कर देती है। इसके अलावा इसमें 12.3 इंच की डुअल स्क्रीन, हेड-अप डिस्प्ले, लेवल-2 ADAS, 6 एयरबैग्स, मल्टी कोलाइजन ब्रेक, वर्चुअल इंजन साउंड जैसे सेफ्टी और प्रीमियम फीचर्स हैं। इसके इंटीरियर में इको-फ्रेंडली मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है, जिससे ये कार टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी का बेहतरीन कॉम्बो बनती है।
Hyundai की सेल्स पर Ioniq 5 का असर
दरअसल Hyundai को मई 2025 में इस साल की सबसे कम मासिक बिक्री का सामना करना पड़ा। कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता से तीसरे नंबर पर फिसल गई। इसकी बड़ी वजह रही Ioniq 5 और Tucson जैसे हाई-एंड मॉडल्स की खराब बिक्री। जहां एक तरफ क्रेटा, वेन्यू और एक्सटर जैसी अफॉर्डेबल SUVs ने अच्छी पकड़ बनाई है, वहीं Ioniq 5 जैसे महंगे EV मॉडल्स ने कंपनी के बैलेंस को बिगाड़ा है। आने वाले समय में Hyundai को भारतीय बाजार की मांग को ध्यान में रखकर EV सेगमेंट की रणनीति बनानी होगी। खासतौर पर Tata, Mahindra और MG जैसी कंपनियां सस्ती और भरोसेमंद EV गाड़ियों के साथ तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
अगर Hyundai ने अपनी EV रेंज को भारतीय यूजर्स की प्राथमिकताओं के मुताबिक नहीं ढाला, तो Ioniq 5 जैसी गाड़ियां सिर्फ शोर बनकर रह जाएंगी बिक्री नहीं।