मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश की भाजपा सरकार को मूर्खों की जमात कहा है, उन्होंने दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन से एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण को मध्य प्रदेश से जोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा और इसी दौरान उन्होंने प्रदेश की चुनी हुई सरकार के लिए ये टिप्पणी की, भारतीय जनता पार्टी ने सज्जन वर्मा के बयान पर पलटवार किया है।
सज्जन वर्मा ने कहा दिल्ली में कोहरा है प्रदूषण है और ऐसा ही प्रदूषण भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में खासकर इंदौर में फैला रखा है, उन्होंने कहा इंदौर में एलिवेटेड ब्रिज मैंने तब स्वीकृत किया था जब मैं PWD मंत्री था, जिसका टेंडर भी करा दिया था और राशि भी जारी कर दी थी , ये साढ़े 6 किलोमीटर का ब्रिज यदि बन जाता तो इसका लाभ जनता को मिलता लेकिन भाजपा सरकार ने आते ही इसे इसलिए कैंसिल कर दिया क्योंकि इससे कांग्रेस सरकार का नाम होता।
भाजपा नेताओं को बताया भ्रष्टाचारी
सज्जन वर्मा ने कहा साढ़े 6 साल बाद अब मूर्खों की जमात को समझ आया कि एलिवेटेड ब्रिज जरुरी है हुए अब उसे मंजूरी दे दी, बीआरटीएस बनाने में हजारों करोड़ रुपये खर्च हुए उसमें भाजपा ने भ्रष्टाचार किया अब तोड़ने में भ्रष्टाचार कर रहे हो यदि ये एलिवेटेड ब्रिज उस समय बन जाता तो ये बी आर टाइस तोड़ने की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन भाजपा के लोगों को तो भ्रष्टाचार करने की आदत पड़ गई है।
सज्जन वर्मा ने इंदौर की जनता से किया ये आग्रह
कांग्रेस नेता ने कहा मैं इंदौर की जनता से आग्रह करता हूँ इस मूर्खों की जमात से इंदौर को निजात दिलाओ, ये भ्रष्टाचारी लोग इंदौर को तो खा गए पूरे मध्य प्रदेश को दीमक की तरह खा रहे हैं। कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है, भाजपा विधायक बभगवान दास सबनानी ने कहा मैं सज्जन वर्मा एक बयान की बहुत निंदा करता हूं, जैसा आदमी होता है वह दूसरों को भी वैसे ही देखता है ऐसी घटिया बात करना सज्जन सिंह को शोभा नहीं देता।
सज्जन वर्मा ने अपना चरित्र उजागर किया : BJP
भाजपा विधायक ने कहा किस व्यक्ति को क्या बात करनी चाहिए इसका ध्यान रखना चाहिए, अपनी बात रखने के कई प्लेटफॉर्म हैं वहां रखें बात लेकिन इस तरह की बयानबाजी करके सज्जन सिंह वर्मा ने अपना चरित्र उजागर किया है और कांग्रेस की सोच कैसी है उसको उजागर किया है, एक चुनी हुई सरकार के लिए अपशब्दों का प्रयोग करने पर उन्हें अपने बयान पर माफ़ी मांगनी चाहिए।





