MP Breaking News
Mon, Dec 15, 2025

सीतामढ़ी में अमित शाह का बयान: ‘मैं बनिए का बेटा हूं, हर चीज का हिसाब रखता हूं’

Written by:Deepak Kumar
सीतामढ़ी में अमित शाह का बयान: ‘मैं बनिए का बेटा हूं, हर चीज का हिसाब रखता हूं’

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (08 अगस्त, 2025) को बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम स्थित मां जानकी मंदिर की आधारशिला रखी. इस अवसर पर आयोजित जनसभा में उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “मैं तो बनिए का बेटा हूं, हर चीज का हिसाब लेकर आया हूं.” शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने छह दौरों में बिहार को 83 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी है. इनमें सीतामढ़ी में 2400 करोड़ रुपये की लागत से रेल खंड का निर्माण और 1600 करोड़ रुपये से 140 किमी लंबे खगड़िया-पूर्णिया पथ पर काम शामिल है.

बिहार चुनाव में पूर्ण बहुमत का दावा

आगामी 2025 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अमित शाह ने दावा किया कि राज्य में एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनने जा रही है. उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भारत में जन्मा नहीं, उसे वोट देने का अधिकार संविधान नहीं देता. घुसपैठियों को वोटिंग का अधिकार नहीं है, लेकिन विपक्ष एसआईआर (सिटिजनशिप से जुड़ा मुद्दा) पर हंगामा कर रहा है. शाह ने कहा कि एनडीए की सरकार बनने पर बिहार में विकास की गति और तेज होगी.

भव्य मंदिर के निर्माण का संकल्प

अमित शाह ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक और शुभ है. रामायणकाल की कथा सुनाते हुए उन्होंने बताया कि वर्षों पहले सूखे से मुक्ति पाने के लिए राजा जनक ने सोने का हल चलाया था और यहीं से मां जानकी प्रकट हुई थीं. उन्होंने कहा कि मंदिर के शिलान्यास के दिन मां जानकी ने बारिश कर आशीर्वाद दिया है. 890 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस भव्य मंदिर में 137 करोड़ रुपये मंदिर निर्माण पर और 638 करोड़ रुपये परिक्रमा पथ समेत अन्य सुविधाओं पर खर्च होंगे.

मिथिला की संस्कृति और कला को सम्मान

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने मिथिला क्षेत्र के सम्मान और गौरव को बढ़ाया है. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि लोकगायिका शारदा सिन्हा को 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था, जबकि 2025 में मरणोपरांत उन्हें पद्म विभूषण दिया गया. शाह ने कहा कि सरकार आने वाले समय में भी मिथिला की कला, संस्कृति और धार्मिक धरोहर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए काम करती रहेगी.