ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior) जिले में बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ गर्मियों (Summer) में जल संकट (Water Crisis)हराता है लेकिन रानी घाटी क्षेत्र के 28 गांव की 30,000 आबादी ऐसी है जो आजादी के बाद से ही गहरे जल संकट से जूझ रही है। पानी की कमी (Water Crisis) के चलते इस क्षेत्र की 9 हजार हैक्टेयर भूमि पर फसल के लिए किसानों (Farmers) को संघर्ष करना पड़ता है। किसानों ने शनिवार को पानी के लिए जागरूकता रैली (Awarness Rally) निकाली।
ग्वालियर जिले के रानीघाटी (Ranighati) और आसपास के 28 गांवों में करीब 30,000 लोग रहते हैं। इस क्षेत्र में 9 हजार हैक्टेयर जमीन हैं लेकिन इन गांवों में किसान आजादी के समय से ही पानी की समस्या से जूझ रहे हैं, खास बात ये है कि इस क्षेत्र यहां से हरसी बांध (Harsi Dam) महज 7 किलोमीटर पर है लेकिन यह गांव ऊंचाई पर मौजूद हैं, इसलिए आज तक पानी नहीं पहुंच सका, किसानों की मांग है कि हरसी बांध से पानी को लिफ्ट करके लाया जा सकता है, लेकिन सरकार के सामने किसी ने सही से मामले को नहीं रखा इसलिए समस्या का हल नहीं हो सका है।
पानी की समस्या हल करवाने के लिए इसके लिए जल्द ही किसानों की पंचायत का आयोजन होने वाला है इसलिए शनिवार को ग्राम पंचायत बनहेरी, आरोन, बड़कागांव, सभराई, करही, पठाई में सैंकड़ों की संख्या में किसान युवाओं ने बाइक से जल जागरूकता रैली निकाली, इस दौरान सरपंच विक्रम सिंह रावत,देव करन रजपूत, गौरव शर्मा, भूरा धाकड़, वायपीएस रावत, हरदेश पाराशर, हेमप्रकाश, पप्पन तोमर, हासिम मुबारक आदि मौजूद रहे ।