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Fri, Dec 19, 2025

इन 5 तरह के पत्तों का इस्तेमाल पूजा के लिए माना जाता है शुभ, हर कार्य में मिलती है सफलता

Written by:Sanjucta Pandit
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अक्सर आपने देखा होगा कि पूजा शुरू करने से पहले पुजारी द्वारा पत्ते से कलश को सजाया जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि इसके लिए कौन से पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए।
इन 5 तरह के पत्तों का इस्तेमाल पूजा के लिए माना जाता है शुभ, हर कार्य में मिलती है सफलता

Puja Niyam : हिंदू धर्म में शुभ कार्यों के लिए तरह-तरह के नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करने से जीवन में सुख और शांति आती है। इसके बारे में पता होना जरूरी है। अक्सर आपने देखा होगा कि पूजा शुरू करने से पहले पुजारी द्वारा पत्ते से कलश को सजाया जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि इसके लिए कौन से पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए।

अमूमन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि पूजा या फिर शुभ कार्य में इन 10 तरह के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे माता लक्ष्मी की कृपा सदैव भक्ति पर बनी रहेगी।

पत्तों का महत्व

हिंदू धर्म में पत्तों का बहुत अधिक महत्व है। श्रद्धालु खास अवसर पर पेड़ों की पूजा भी करते हैं। जितना ही यह सांस लेने के लिए जरूरी है, उतना ही यह धार्मिक मान्यताओं से भी भरपूर है। ऐसे में पूजा के दौरान इन 5 तरह के पत्तों को पवित्र मानकर उनकी पूजा की जाती है। साथ ही शुभ कार्य में उपयोग किया जाता है।

तुलसी

हिंदू धर्म में तुलसी के पत्ते का काफी अधिक महत्व है। उन्हें भगवान श्री कृष्ण की भार्या के रूप में देखा जाता है। लोग भगवान को तुलसी जी का पत्ता भोग के तौर पर लगाते हैं। साथ ही जल अर्पित करते समय भी तुलसी का पत्ता लोटे में रखा जाता है।

बिल्व पत्र

इसके अलावा, महादेव की पूजा के लिए बिल्व पत्र का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बिना महादेव की पूजा अधूरी मानी जाती है।

पान

किसी भी शुभ कार्य में पान का पत्ता अवश्य इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्ते में सुपारी, कपूर और लौंग डालकर इसे पूजा के कार्य में अर्पित करना शुभ फल माना जाता है।

केला

सतनारायण कथा सुनते वक्त केला का पत्ता इस्तेमाल किया जाता है। हिंदू धर्म में इस पत्ते का काफी अधिक महत्व है। इसे बहुत से शुभ कार्यों में भी इस्तेमाल किया जाता है।

आम

आम का पत्ता तो हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा पवित्र माना गया है। इसे हर पर त्योहार और मांगलिक कार्यक्रम में चढ़ाया जाता है। इसके बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)