सेल्फी के चक्कर में गई जान, पति और बच्चे के सामने गहरी खाई में गिरी महिला

Gaurav Sharma
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A women lost her life due to selfie indore

इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर (indore) की महू तहसील में आज एक ह्रदयविदारक (heartbreaking) हादसा हो गया जिसमें एक महिला की जान चली गई। जानकारी के मुताबिक सेल्फी (selfie) के चक्कर में महू के जाम गेट (jaam gate) के पास घाट से गहरी खाई में गिरकर एक महिला की मौत हो गई।नीतू नाम की महिला इंदौर के बिचौली मर्दाना की रहने वाली थी।

सेल्फी के चक्कर में गई जान, पति और बच्चे के सामने गहरी खाई में गिरी महिला

जानकारी के अनुसार महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र के ख्यात पर्यटन स्थल जाम गेट पर हादसे के वक्त महिला के साथ उसका पति व बच्चा (husband and son) भी मौजूद थे। घटना शहर से 35 किलोमीटर दूर जाम गेट की है, जहां सेल्फी लेने के दौरान इंदौर निवासी एक महिला फिसलकर गहरी खाई (Deep trench) में जा गिरी। खाई में गिरने के कारण महिला के शरीर पर कई गम्भीर चोटें आई, और वो अपनी जान गंवा बैठी।। महिला की मौत की वजह सेल्फी लेते वक्त अचानक पैर फिसलने से गिरकर हुई।

वही घटना की जानकारी दोपहर तक पुलिस को नही मिल पाई थी, जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से महिला को हाई चौक पर लाने का प्रयास किया गया। महिला का नाम नीतू है और वह इंदौर से जाम गेट अपने पति के साथ घूमने आई थी, इनके साथ डेढ़ साल का एक बच्चा भी था। फिलहाल, इस पूरे मामले के सामने आने के बाद महू सहित इंदौर में सनसनी फैल गई है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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