VIDEO: अमित शाह बोले- यूपी में बाहुबली अब दूरबीन से देखने से भी नहीं मिलते

Pooja Khodani
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अमित शाह

लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh assembly elections 2022)के लिए चुनावी शंखनाद कर दिया। लखनऊ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी का सदस्यता अभियान शुरू करके इसका शुभारंभ किया। शुक्रवार को बीजेपी के चुनावी अभियान का शुभारंभ लखनऊ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया। उन्होंने इस अवसर पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार परिवार के लिए नहीं बल्कि जनता के लिए होती है। अमित शाह ने कहा कि जनता की समस्याओं के समय शक्ल नहीं दिखाने वाले अब जनता के बीच आ रहे हैं जबकि बीजेपी लगातार जनता की सेवा में जुटी है।

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सदस्यता अभियान पर सवाल उठाए जाने पर अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि BJP लगातार अपने परिवार का विस्तार कर रही है जो जनता की सेवा में जुटा है। अमित शाह ने कहा कि बीजेपी के 86 लाख कार्यकर्ता सक्रिय रुप से जनता की सेवा में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी जनता की इच्छा के अनुसार घोषणा पत्र बनाती है। किसी एनजीओ से अपना घोषणा पत्र नहीं बनवाती। उन्होंने कहा कि 2017 में बनाए गए चुनावी घोषणा पत्र के 90% से ज्यादा वादे पूरे कर दिए गए हैं और अभी चुनाव में दो महीने का वक्त बाकी है।हमारी सरकार वादो को शत शत प्रतिशत पूरा करने की पुरजोर कोशिश करेगे। शाह घोषणा की कि 29 अक्टूबर से दिसंबर के अंत तक बीजेपी सदस्यता अभियान चलाएंगे।

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अमित शाह ने कहा कि BJP समाज के हर वर्ग को चाहे वह दलित हो, आदिवासी, गरीब,नौजवान या महिला विकास के लिए जोड़ने में साथ लगी है। ‘मेरा परिवार भाजपा परिवार’ अभियान की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा कि हमें विकास की नई इबारत लिखनी है। अमित शाह ने कहा कि जब बीजेपी सरकार नहीं थी तो हर जिले में दो-तीन बाहुबली दिखते थे। अब दूरबीन लेकर देखने पर भी बाहुबली नहीं दिखते। शाह ने कहा कि कैराना से हिन्दुओ के पलायन पर मेरा खून खौल उठा था।अब यूपी से पलायन कराने वालों का पलायन हो गया है। 16 साल की बच्ची भी अब यूपी की सड़कों पर रात में निकल सकती है। यह परिवर्तन है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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