डबरा, सलिल श्रीवास्तव। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के सख्त तेवर और प्रशासनिक मशीनरी के लगातार एक्शन के बाद भी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत (Bribe) लेने से खौफ नहीं खा रहे। इस बार तहसीलदार का बाबू 3000 रुपये की रिश्वत (Bribe)लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया है। कार्रवाई ग्वालियर लोकायुक्त टीम ने की है।
ताजा मामला ग्वालियर जिले की डबरा तहसील का है यहां लोकायुक्त (Lokayukta) ग्वालियर की टीम ने दबिश देकर एक बाबू को 3000 रुपये की रिश्वत (Bribe) लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया बाबू नामांतरण के नाम पर रिश्वत (Bribe) की मांग कर रहा था। आपको बता दें कि फरियादी उदय भान सिंह रावत निवासी गोबरा वृत्त छीमक का एक नामांतरण प्रकरण छीमक मंडल में लंबित था जिसके लिए वह काफी लंबे समय से चक्कर लगा रहा था नामांतरण ना होने के चलते बाबू ओमप्रकाश से उसकी बातचीत हुई तो मामला 3000 रुपये में तय हो गया। लेकिन उदयभान ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में कर दी।