सिविल अस्पताल मे निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर हाल देखकर खुद चकराये

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जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। जबलपुर कलेक्टर डॉ टी इलैयाराजा रविवार को उस समय चौंक गए जब वह सिहोरा के सिविल अस्पताल अचानक पहुंचे, वहां का हाल देखकर कलेक्टर का सिर चकरा गया, अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं ने कलेक्टर को इतना हैरान कर दिया कि उनके मुंह से निकला कि आज तक ऐसा अस्पताल नही देखा। अस्पताल में 12 डॉक्टरों में पदस्थ डाक्टर्स में महज एक डाक्टर ड्यूटी पर मिला, कलेक्टर ने कई डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है, कलेक्टर ने इस लापरवाही पर कई डॉक्टरों के वेतन काटने के निर्देश दिए है।

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रविवार की सुबह औचक निरीक्षण के लिए सिहोरा के शासकीय अस्पताल पहुंचे कलेक्टर को अस्पताल में कुछ भी सही नही मिला, न तो डॉक्टर अस्पताल में मौजूद थे और न ही पूरा नर्सिंग स्टाफ, मरीजो की भीड़ लगी थी, मगर डॉक्टर नदारत थे, मरीज दर्द तड़प रहे थे मगर उनके इलाज करने एक भी डॉक्टर मौजूद नही था, और तो और जब कलेक्टर ने खुद अपने मोबाइल से डॉक्टर को कॉल लगाया तो किसी ने भी फोन नही उठाया, निरीक्षण के दौरान कलेक्टर जब गायनिक वार्ड में पहुंचे तो देखा जो महिलाएं प्रसव के बाद भर्ती थी उनकी तकलीफ देंखने वाला कोई नही था, वही पता चला कि डॉक्टर इस वार्ड में प्रसव के बाद महिलाओं को फौरन घर रवाना कर देते है, कलेक्टर ने साफ निर्देश दिए कि सामान्य प्रसव के बाद भी 72 घंटे से पहले महिला को डिस्चार्ज न किया जाए, वार्ड के डॉक्टर को जब कलेक्टर ने फोन लगाया तो डॉक्टर ने फ़ोन नही उठाया।

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इसके बाद कलेक्टर इलैया राजा जब एनआरसी में पहुंचे तो वहां भी डॉक्टर तीन दिन से अनुपस्थित मिला, कलेक्टर ने जब उसे भी फोन लगाया तो डाक्टर ने फ़ोन नही उठाया, इसके बाद कलेक्टर शिशु रोग वार्ड में पहुंचे तो वहां भी डॉक्टर गायब थे, उन्हें भी फ़ोन लगाया गया उन्होंने ने भी फ़ोन नही उठाया, मौके पर ही कलेक्टर को पता चला कि असप्ताल के शिशु रोग विशेषज्ञ ने तो बाकायदा सरकारी अस्पताल के ठीक बाजू में अपना निजी क्लिनिक खोल रखा है, इस बात की जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने बीएमओ को नोटिस जारी कर दिया।

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इसके बाद कलेक्टर जब अस्पताल के परिसर में पहुंचे तो चारो तरफ गंदगी और जानवर घूमते मिले, वही अस्पताल परिसर में अतिक्रमण भी नज़र आया जिस पर क़लेक्टर ने सीएमएचओ और सिविल सर्जन को फ़ोन कर सिविल अस्पताल का दौरा लड़ने और व्यवस्थाएं सुधारने का आदेश दिया। कलेक्टर ने देर तक अस्पताल का दौरा किया और मरींजों की समस्याएं भी सुनी। असप्ताल का हाल देखकर खासे नाराज हुए कलेक्टर ने कड़े शब्दों में निर्देश दिए कि जल्द व्यवस्थाएं सुधारे।


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Harpreet Kaur

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