इंदौर/भोपाल।
एमपी (MP) में एक जून से लॉकडाउन 5.0 की शुरुआत होने जा रही है। इसमें पहले की तुलना भी कई और छूट मिलेगी इसके लिए इसे Unlock 1.0 नाम दिया गया। लेकिन मिनी मुंबई(mini mumbai) के नाम से मशहूर इंदौर(indore) में हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे है। एक तरफ जहां कोरोना पॉजिटिव की संख्या में इजाफा हो रहा है वही मौत का ग्राफ भी तेजी से बढ रहा है। इसी बीच रविवार को जांचे गए 922 सैंपल(sample) में से 53 मरीज पॉजिटिव मिले हैं। रविवार को 53 कोरोना पॉजिटिव(positive) मरीज मिलने के बाद जिले में संक्रमितों की संख्या 3530 हो गई है। वहीँ रविवार को तीन मरीजों की मौत की पुष्टि के बाद मृतकों की संख्या भी 135 हो गई है।
दरअसल इंदौर शहर में रविवार को 53 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। हालांकि 865 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव भी आई है। शहर में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3530 हो चुकी है।। इनमें से अबतक 135 की मौत हो चुकी है। हलाकि राहत की बात ये है कि रविवार को 100 मरीजों को डिस्चार्ज(discharge) किया गया, इसके साथ ही स्वस्थ होकर घर लौटे मरीजों की संख्या 1990 हो गई है। वहीं अबतक कुल 36 हजार 635 सैंपल जांचे गए हैं।
भोपाल में 32 नए मरीजों की पुष्टि
इधर राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण के मामले में उछाल कायम है। इसी बीच रविवार को जिले में कोरोना (Corona) के 32 नए मामले सामने आएं हैं। 35 कोरोना पॉजिटिव(positive) मरीज मिलने के बाद जिले में संक्रमितों(infected) की संख्या 1611 पहुँच गई है। वहीँ हमीदिया से रविवार को 16 मरीजों की स्वस्थ होने के बाद छुट्टी कर दी गई है।
दरअसल भोपाल शहर में रविवार को 32 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। जिसमे भेल टाऊनशिप में पहली बार कोरोना के एक मामले सामने आये है। यहां भेल के एक कर्मचारी के पिता कोरोना से संक्रमित मिले हैं। जिसके बाद भोपाल जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या 1611 हो गई है। वहीँ राहत देने वाली बात ये है कि कोरोना से भोपाल में 4 लोग अपने घर पर क्वारंटाइन होकर स्वस्थ हुए हैं। इन सभी मरीजों कि उम्र 40 वर्ष से नीचे है। 20 मरीज अभी भी अपने घरों में आइसोलेट रखे गए हैं।
इधर रविवार को हमीदिया से 16 मरीजों की स्वस्थ होने के बाद छुट्टी कर दी गई है। भोपाल में अब तक 1030 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 59 लोग संक्रमण से लड़ते हुए अपनी जान गवां चुके हैं। भारत सरकार की नई गाइडलाइन के तहत हल्के लक्षण या बिना लक्षण वाले मरीजों को उनके घर में ही आइसोलेट किया जा सकता है। इस आधार पर भोपाल में 12 मई से मरीजों को घर में ही आइसोलेट करने की शुरुआत हुई थी। शहर के विभिन्न इलाकों में 20 मरीजों को घर में रखा गया है। जहाँ उनका इलाज जारी है।