ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश की सेंधवा (Sendhwa) सहित अन्य परिवहन चैक पोस्ट (Transport check post) पर पदस्थ अधिकारियों द्वारा की जा रही अवैध वसूली (Illegel Recovery) की जाँच पूरी हो गई है। जाँच अधिकारी संभागीय उप परिवहन आयुक्त अरुण कुमार सिंह (Divisional Deputy Transport Commissioner Arun Kumar Singh)ने जांच पूरी कर सोमवार 18 जनवरी को परिवहन आयुक्त को सौंप दी है। जाँच में करीब 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किये जाने की बात भी सामने आई है।
मध्यप्रदेश की सेंधवा (Sendhwa) सहित अन्य परिवहन चैक पोस्ट (Transport check post) पर पदस्थ अधिकारियों द्वारा की जा रही अवैध वसूली (Illegel Recovery) का खुलासा कर इसकी शिकायत परिवहन आयुक्त और लोकायुक्त (Lokayukt) में करने वाले इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन (Indore Truck Operators & Transport Association) के पदाधिकारियों के लिए ये खबर राहत भरी हो सकती है। मामले की जाँच कर रहे संभागीय उप परिवहन आयुक्त (Divisional Deputy Transport Commissioner) ग्वालियर एवं चम्बल संभाग एवं प्रभारी इंदौर संभाग अरुण कुमार सिंह (Arun Kumar Singh) ने जाँच पूरी कर सोमवार 18 जनवरी को परिवहन आयुक्त मुकेश जैन को सौंप दी है।
गौरतलब है कि इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन (Indore Truck Operators & Transport Association) के पदाधिकारियों को पिछले दिनों 6 जनवरी को अरुण कुमार सिंह (Arun Kumar Singh) ने ग्वालियर स्थित संभागीय उप परिवहन आयुक्त (Divisional Deputy Transport Commissioner)अपने कार्यालय में साक्ष्यों के साथ उपस्थित होने के लिए कहा था लेकिन अरुण कुमार सिंह (Arun Kumar Singh) अपने कार्यालय में ही नहीं मिले थे बाद में उन्होंने इंदौर जाकर भ्रष्टाचार के इस बड़े मामले में बयान दर्ज किये।
एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ (MP Breakingnews) से बात करते हुए संभागीय उप परिवहन आयुक्त (Divisional Deputy Transport Commissioner) ग्वालियर एवं चम्बल संभाग एवं प्रभारी इंदौर संभाग अरुण कुमार सिंह (Arun Kumar Singh) ने बताया कि मामले में इंदौर में इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन (Indore Truck Operators & Transport Association) के पदाधिकारियों सहित करीब 60 – 70 लोगों के बयान दर्ज किये गए हैं वहीँ 40 – 45 अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किये गए हैं। इस मामले में सेंधवा में पदस्थ रहे परिवहन निरीक्षक दशरथ पटेल उनके साथी राहुल कुशवाह के भी लिखित बयान दर्ज किये हैं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की सेंधवा (बालसमंद) परिवहन चौकी पर पदस्थ रहे परिवहन निरीक्षक दशरथ पटेल और उनके सहयोगी राहुल कुशवाह द्वारा की जा रही अवैध वसूली से परेशान इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन (Indore Truck Operators & Transport Association) के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने अन्य पदाधिकारियों के साथ परिवहन आयुक्त मुकेश जैन और लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। श्री मुकाती ने अवैध वसूली के साक्ष्य, रिकॉर्डिंग, ऑडियो आदि सौंपे थे। शिकायत में आरोप लगाए गए हैं कि सेंधवा में पदस्थ रहे परिवहन निरीक्षक दशरथ पटेल और राहुल कुशवाह वाहनों से प्रतिदिन 70 – 80 लाख रुपये की अवैध वसूली कर रहे हैं लेकिन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आँख पर पट्टी बांधे हुए हैं। ऐसा ही हाल दूसरी परिवहन चौकियों पर भी है। शिकायत में कहा गया है कि परिवहन चौकियों पर पदस्थ स्टाफ ना सिर्फ अवैध वसूली करता है बल्कि ट्रक चालकों के साथ अभद्रता भी करता है।
बहरहाल अब देखना ये है कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए एक्शन मोड में चल रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की निगाहें परिवहन विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर पड़ती हैं कि नहीं या सेंधवा सहित अन्य परिवहन चौकियों पर चल रही अवैध वसूली को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसियेशन को अभी और संघर्ष करना होगा। अब जबकि भ्रष्टाचार की जाँच परिवहन आयुक्त के पास पहुँच गई है तो सबकी निगाहें परिवहन आयुक्त मुकेश जैन पर लग गई हैं ।