नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। इसने कई राज्यों को अपनी चपेट में ले रखा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश में कोविड-19 (Covid 19) की स्थिति पर मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि ‘टेस्ट, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट’ आगे बढ़ने का मंत्र है। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना जरूरी है। तमाम चुनौतियों के बाद भी हमारे पास पहले की अपेक्षा बेहतर अनुभव और संसाधन हैं और वैक्सीन भी हमारे पास है। हमें कोरोना प्रबंधन पर भी ध्यान देना चाहिए।
ये भी देखिये – मोबाइल टॉवर पर चढ़े पूर्व पार्षद, देर तक चला ड्रामा, देखिये वीडियो
टेस्टिंग पर जोर देने की जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि जितनी हमें वैक्सीनेशन की जरूरत है उससे कई ज्यादा हमें टेस्टिंग पर जोर देने की भी जरूरत है। टेस्टिंग और ट्रेकिंग की बहुत बड़ी भूमिका है। टेस्टिंग को हमें हल्के में नहीं लेना होगा। मैं आप सभी से कोरोना परीक्षण पर जोर देने की अपील करता हूं। हमारा लक्ष्य 70 प्रतिशत आरटी-पीसीआर परीक्षण करना है। संक्रमित मामलों की संख्या अधिक हो रही है, लेकिन ध्यान अधिकतम परीक्षण पर केंद्रित करें। उचित नमूना का संग्रह बहुत महत्वपूर्ण है, इसे उचित शासन के माध्यम से जांचा जा सकता है। वैक्सीनेशन के साथ हमें ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद की लापरवाही न बढ़ें। हमें लोगों को ये बार-बार बताना होगा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क और सावधानी जरूरी है।
11 से 14 अप्रैल तक मनाया जाएगा ‘टीका उत्सव’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें सूक्ष्म-नियंत्रण क्षेत्रों (Micro Cantonment Zone) पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन जगहों पर जहां रात में कर्फ्यू लगाया गया है, वहां कोरोना कर्फ्यू शब्द का उपयोग करने का आग्रह करूंगा ताकि कोरोना वायरस के बारे में सतर्कता जारी रखी जा सके। कोविड मैनेजमेंट का एक बहुत बड़ा पार्ट टीका अपव्यय (Vaccine Wastage) को रोकना भी है। वैक्सीन को लेकर राज्य सरकारों की सलाह, सुझाव और सहमति से सही देशव्यापी रणनीति बनी है। उन्होंने 11 अप्रैल ज्योतिबा फुले जी की जन्म जयंती और 14 अप्रैल बाबा साहेब की जन्म जयंती के बीच ‘टीका उत्सव’ मनाने के लिए कहा।
अस्पताल में सुविधाओं की समीक्षा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी चर्चा के दौरान, हमने मृत्यु दर का मुद्दा उठाया, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह यथासंभव कम रहे। हमारे पास रोगियों की बीमारियों आदि के बारे में व्यापक आंकड़े होने चाहिए, इससे उनके जीवन को बचाने में मदद मिलेगी। साथ ही एम्बुलेंस, वेंटिलेटर और ऑक्सिजन की समीक्षा भी करनी होगी। हमने कोरोना की लड़ाई जीती थी, बिना वैक्सीन के ये भी भरोसा भी नहीं था कि वैक्सीन आएगी या नहीं। आज हमें भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हम जिस तरह से लड़ाई को लड़े थे, उसी तरह से फिर से लड़ाई जीत सकते हैं।