भोपाल ।
उपचुनाव (by election) से पहले मध्यप्रदेश (madhypradesh) की राजनीति उबाल पर है। आए दिन नए नए आरोप मीडिया में सुर्खियां बन रहे है। एक तरफ बीजेपी (bjp) कमलनाथ (kamalnath) के कार्यकाल को मुद्दा बना रही है , वही दूसरी तरफ कांग्रेस (congress) सिंधिया (scindia) और शिव’राज’ के बडे घोटाले और फर्जीवाड़े को जगजाहिर कर रही है। अब मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja, Media Coordinator of Congress Committee President) ने प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल (State Agriculture Minister Kamal Patel) के गृह जिले हरदा में गेहूं खरीदी में गड़बड़ी के बाद चना खरीद में फर्जीवाड़ा उजागर किया है।सलूजा का कहना है कि इस फ़र्ज़ीवाडे के आरोपियों को कृषि मंत्री का संरक्षण बताया जा रहा है।प्रदेश के कृषि मंत्री तत्काल इस फर्जीवाड़े पर नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे।ऐसे में सवाल खड़ा होता है क्या कांग्रेस के कहने पर कमल पटेल इस्तीफे देंगे..?
सलूजा ने बताया कि कृषि मंत्री के गृह जिले हरदा की सेवा सहकारी समिति चौकड़ी , शाखा खिरकिया में समर्थन मूल्य पर चना खरीद में धांधली सामने आई है।समिति ने 33 हज़ार 339 क्विंटल चना खरीदा जाना बताया पर यह आंकड़ा अधिकतम 29 हज़ार 400 क्विंटल के आसपास ही प्रमाणित हो रहा है। 2 हज़ार 804 क्विंटल चना के बिल गलत बनाए जाने और फर्जीवाड़ा सामने आने पर उन्हें निरस्त करने की बात सामने आयी है।आश्चर्यजनक यह है कि यह वही संस्था है जिसमें पिछले साल भी गड़बड़ी सामने आई थी और किसानों का भुगतान अटक गया था।इस समिति को खरीदी केंद्र नहीं बनाने जाने की सिफारिश भी हुई थी लेकिन फिर भी इसे राजनैतिक दबाव में खरीद का काम सौंपा गया।
खरीद के सत्यापन में भी गड़बड़ी की बात सामने आने की बात सामने आयी है।इस गड़बड़ी को लेकर की गयी जाँच में गड़बड़ी की पुष्टि की बात भी सामने आई है।समिति प्रबंधक पर कार्यवाही की भी बात सामने आयी है।सलूजा ने कहा है कि कृषि मंत्री के ख़ुद के क्षेत्र में ये हाल है तो बाक़ी प्रदेश के अन्य हिस्सों का ख़ुद समझा जा सकता है।कांग्रेस माँग करती है कि कृषि मंत्री इस फ़र्ज़ीवाडे की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए तत्काल इस्तीफ़ा दे।
अपनी गिरेबां में झाँके कांग्रेस, हम दोषियों को बख्शेंगे नहीं : कमल पटेल
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस को पहले अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए। 15 महीने की सरकार में माफियाओं का राज था, भ्रष्टाचार का राज था। वास्तव कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है। इसके फर्जीवाड़े हमने उजागर किये हैं और दोषियों को सजा देंगे। जहां तक सवाल हरदा जिले के मामले का है तो हमने सोसायटी की जांच करा ली है। दोषियों कक बख्शा नहीं जाएगा, चाहे कोई कितना ही बड़ा क्यों न हो। ये। ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। हम सुशासन दे रहे हैं। जहाँ- जहाँ शिकायतें आईं हमने तत्काल कार्यवाही की। गेंहूँ खरीदी के समय भी जब-जब शिकायतें मिलीं तत्काल कलेक्टर के चर्चा करके एसडीएम को मौके पर भेजकर कार्यवाही की ओर दोषियों पर एफआईआर कराई। हरदा के मामले में भी एफआईआर कराई जाएगी।