Tokyo Olympic 2021 का भव्य शुभारंभ, तिरंगा लेकर मैरिकॉम और मनप्रीत ने किया नेतृत्व

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दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। टोक्यो ओलंपिक गेम्स (Tokyo Olympic 2021) का शानदार आगाज शुक्रवार से हो गया। जापान की राजधानी टोक्यो मे इस शानदार शुभारंभ मे भारतीय टीम ने भी हिस्सा लिया। भारतीय दल को हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और महान महिला बॉक्सर मैरिकॉम लीड कर रही थी ये दोनों ने हाथ मे तिरंगा लेकर सबसे आगे चल रहे थे।  इस मौके के गवाह भारत के केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी बने। टोक्यो ओलंपिक मे कोविड से निपटने भी खासे इंतजाम किए गए है और अभी तक इन खेल आयोजनों से जुड़े 80 से अधिक लोगों का कोविड टेस्ट पॉज़ीटिव आ चुका है। कोविड की चिंता के बीच जापान ने खेलों के आयोजन की शानदार तैयारी की है और यही कारण है कि की कोविड की तमाम बाधाओ के बावजूद जापान ओलंपिक गेम्स का आयोजन कर रहा है। जापान के टोक्यो मे आयोजित किए जा रहे ओलंपिक मे अब तक जो आकड़े सामने आए है  उनसे पता चलता है कि 21 जुलाई तक कोविड संक्रमण के 91 मामले दर्ज किये गए हैं।

कोविड पाज़िटिव के इन मामलों मे न केवल एथलीट, बल्कि ओलंपिक आयोजन समिति के कर्मचारी, राष्ट्रीय समितियों के सदस्य, कॉन्ट्रैक्टर और अन्य कर्मचारी, वॉलंटियर शामिल हैं. इनमें कुछ मीडिया सदस्य भी शामिल हैं. कुछ एथलीट्स की रिपोर्ट भी पॉज़िटिव मिली है। कोविड से निपटने जापान ने कड़े नियम बनाए है, प्रतियोगियों और अधिकारियों दोनों के लिए वेन्यू के भीतर सख़्त कोविड नियम हैं. इसके अलावा एथलीट्स और दूसरे लोगों की तो हर रोज़ जांच की जा रही है।

ओलंपिक गेम्स शुरू होने से पहले मई के मध्य में जापान में कोरोना मामले चरम पर थे और जून के आख़िरी दिनों से यहां संक्रमण के नए मामले एक बार फिर बढ़ रहे है,  21 जुलाई को जापान में स्वास्थ्य मंत्रालय ने 4,933 नए मामले दर्ज किए हैं। पिछले दिन की तुलना में 1,190 मामले ज़्यादा हैं। नए मामलों का साप्ताहिक औसत भी पिछले सप्ताह के औसत से अधिक है। हालांकि हर रोज़ आने वाले संक्रमण के मामले अभी उस स्तर पर नहीं हैं जो मई में थे, मेज़बान शहर टोक्यो है और विशेषज्ञों का कहना है कि खेलों को सुरक्षित रूप से आयोजित करने के लिए ज़रूरी है कि हर रोज़ आने वाले संक्रमण के मामलों की दर 100 से कम ही रहे।

जापान मे मई के दूसरे हफ़्ते के बाद कोविड के मामलों में गिरावट आई और हर रोज़ 400 से कम मामले आने लगे, लेकिन संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं.ऐसे मे टोक्यो मे आपातकाल लागू किया गया है। वहां और फ़ुकुशिमा में ओलंपिक कार्यक्रम दर्शकों के बिना हो रहे हैं, मियागी और शिज़ुओका प्रांत में सीमित संख्या में दर्शकों को जाने की अनुमति होगी. टोक्यो में बार और रेस्तरां के खुलने के लिए समय की सीमा तय होगी. इसके अलावा सर्विंग को लेकर भी नियम सख़्त होंगे.राजधानी के निवासियों को भी ग़ैर-ज़रूरी यात्रा से बचने, मास्क पहनने और घर से ही काम करने की सलाह दी गई है।

जापान मे कोविड टीकाकरण की बात की जाए तो 19 जुलाई तक, देश की 35% से अधिक आबादी को कम से कम एक ख़ुराक़ लग चुकी है। वहीं 23% को वैक्सीन की पूरी डोज़ मिल चुकी है।अमेरिका, फ़्रांस और जर्मनी में उनकी आबादी के 40% से 50% लोगों को वैक्सीन की पूरी डोज़ मिल चुकी है। ब्रिटेन में तो 53% लोगों का फ़ुल वैक्सीनेशन हो चुका है।ओलंपिक जापान ने अन्य विकसित देशों की तुलना में फ़रवरी में टीकाकरण अभियान शुरू किया |

जापान ने दुनिया मे कोविड की शुरुआत मे ही तमाम वो प्रयास शुरू कर दिए जो कारगर साबित हुए थे, बीते साल महामारी ने दस्तक दी तो बहुत से देशों के विपरीत जापान ने ना तो अपने यहां सख़्त लॉकडाउन लागू किया और ना ही अपनी सीमाओं को पूरी तरह से बंद किया।

अप्रैल 2020 में सरकार ने आपातकाल की स्थिति की घोषणा की। हालांकि घर में रहने के दिशा-निर्देश स्वैच्छिक थे. गैर-आवश्यक व्यवसायों को बंद करने के लिए कहा गया था। लेकिन उसे नहीं मानने वालों के लिए दंड जैसा कुछ नहीं था।कुछ देशों से आने वालों के लिए प्रतिबंध लागू किए गए थे और कुछ देशों को बाद में भी प्रतिबंधित किया गया था. फ़िलहाल 159 देशों (विशेष परिस्थितियों को छोड़कर) से प्रवेश वर्जित है, जापान में एक बड़ी बुजुर्ग आबादी है और शहरी क्षेत्र बेहद घनी आबादी वाले हैं. बावजूद इसके शुरुआती दौर में जापान वायरस को नियंत्रित करने और मृत्यु दर को नियंत्रित रखने में अपेक्षाकृत सफल साबित हुआ ।

 

 

 


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Harpreet Kaur

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