अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। अशोकनगर मे कोरोना से लडाई में एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। 23 वर्षीय एक युवक को कोरोना पॉजिटिव बताकर घर से स्वास्थ्य विभाग कोरोना सेंटर ले गया। जहाँ कोरोना पॉजिटिव मरीजो के बीच युवक को एक रात आधे दिन तक रखा । इसके बाद उसे निगेटिब बता कर घर भेज दिया गया।दो दिन बाद स्वास्थ्य विभाग फिर चेता और युवक को भुला कर ट्रुनेट मशीन से कोरोना सेम्पिल लिया है।
मोती मोहल्ला निवासी अभिषेक पाठक ने बताया कि 15 सितम्बर से पहले उसका बड़ा भाई कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद 15 सितम्बर को पूरे परिवार ने Cobid-19 कोरोना का सेम्पल करवाया था ।जिसमे 3 बर्षीय बालिका भी शामिल थी। जिसके वाद 17 सितम्बर को सेम्पल की रिपोर्ट आई और स्वास्थ्य विभाग ने कॉल करके बताया कि आप पॉजिटिव आये हो और एम्बुलेंस कोरोना सेंटर ले गई। में एक रात ओर आधे दिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बीच रहा ।जिसके सुबह 11 बजे कॉल आता है कि आप नेगेटिग है मानवीय गलती हो गई।और आप त्रुनैट से जांच करवा लो।
बताया जा रहा है कि युवक के परिवार का कोई सदस्य संक्रमित हुई थी जिसकी जानकारी में अभिषेक का मोबाइल नम्बर डला था।मगर स्वास्थ्य विभाग ने यहां गंभीर चूक की है।पोजिटिब मरीज के जगह निगेटिब युवक को कोरोना सेंटर ले गई
अभिषेक पाठक ने स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि जब में घर से आया था तब मुझे कोई कोरोना के लक्षण नही थे ।परंतु एक रात ओर आधे दिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ रहने के वाद मुझे सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द होने लगा है। अगर अब मुझे कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग होगा।