इंदौर।आकाश धोलपुरे
लॉकडाउन में जहां आम लोगो के लिए एक वक्त तक हरी सब्जियों के लाले पड़े थे वही दूसरी ओर शहर में मांस विक्रय पर प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से विक्रय जारी है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब इंदौर क्राइम ब्रांच ने सदर बाजार पुलिस और नगर निगम के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देकर 1 हजार किलो मछलियों का जखीरा पकड़ा।
दरअसल, ये मछलियां बड़े पैमाने पर आंध्रप्रदेश की इंदौर में विक्रय करने के लिए लाई गई थी। सोमवार सुबह लाई गई मछलियों को अवैध तरीके से तो लाया गया ही था वही चोरी छिपे इन्हें शहर के अलग अलग स्थानों पर भेजा भी जा रहा था। इसके बाद इंदौर क्राइम ब्रांच को जब मामले की जानकारी मिली तो सक्रिय हुई टीम ने सदर बाजार पुलिस और निगम की टीम के साथ शहर के नेताजी सुभाष मार्ग स्थित भोई मोहल्ला के हर्षल गौड़ और धीरज गौड़ की दुकान पर धावा बोला। मौके पर पहुंची सयुंक्त टीम को 47 अलग अलग कैरेट में लगभग 1 हजार किलो मछलियां मिली जिन्हें बर्फ में रखा गया था और उनको काटने का काम भी जारी था।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि मछलियों को आंधप्रदेश से लाया गया था और 1 हजार किलो मछलियों की कीमत करीब 5 लाख रुपए है। इधर, निगम की टीम ने जब्त की गई मछलियों को टेंचिंग ग्राउंड में डंप कर दिया वही पुलिस ने बिना परमिशन के मांस विक्रय मामले सहित अन्य धाराओं के तहत मछ्ली विक्रेता भाइयों पर प्रकरण दर्ज कर लिया है। हालांकि मामले के सामने आने के बाद सवाल ये उठ रहे है कि आंध्रप्रदेश से मध्यप्रदेश की सीमा में बिना किसी जांच के मछलियों इतने बड़े पैमाने पर रेड जोन इंदौर में कैसे पहुंची फिलहाल, क्राइम ब्रांच अब ऐसे लोगो पर शिंकजा कसने के लिए विशेष योजना के तहत कार्रवाई के लिये तैयार है।