दतिया/भाण्डेर।सत्येन्द्र रावत –
लॉकडाउन के प्रारंभ होते ही भाण्डेर थाने में पदस्थ हुए थाना प्रभारी शेर सिंह एवं उनके सहयोगी आरक्षकों के कार्य व्यवहार से भाण्डेर नगर की जनता राहत कम और परेशानी ज्यादा भोग रही है। विश्व ब्याप्त बीमारी कोरोना से जहां भारत के कई राज्य बुरी तरह प्रभावित हो चले है परन्तु प्रशासनिक सजगता और कुछ कर्तव्यनिष्ठ पुलिस के कर्मचारियों और अधिकारियों की बदौलत देश में अभी भी बहुत सी जगह ऐसी है। जहां इस प्राण घातक बीमारी का प्रवेश संभव नहीं हो सका है। ऐसे कर्तव्यनिष्ठों के किए कराए पर भाण्डेर थाना प्रभारी और उनके चहेते आरक्षक पानी फेरने पर तुले हुए है। एक ओर जहां पुलिस को आमजनों के हितार्थ कार्य करते हुए सुरक्षित माहौल का निर्माण करना चाहिए और इस भयंकर त्रासदी के माहौल में अपनी स्वच्छ छवि आमजन के बीच प्रस्तुत करना चाहिए। परन्तु भाण्डेर पुलिस इसके विपरीत कार्य कर लोगों के जीवन में भय और कष्ट कैसे उत्पन्न किया जाए प्रयास में लगी हुई है
लॉकडाउन के वक्त से नगर के थोक व्यापारियों से लाखां का पान मसाला और गुटखा पुलिस द्वारा जब्त किया गया था और बड़ी मात्रा में गुटखा, पान मसाला मिलने के बाद बड़े पैमाने पर अपना मन भरते हुए व स्वयं स्वार्थ सिद्ध कर आज दिवस तक व्यापक पैमाने पर जब्त किए गए गुटखे को सरकारी अभिलेखों में दर्ज नहीं किया गया है। ज्ञात हुआ है कि उक्त गुटखे को थाना प्रभारी के चहेते आरक्षक एवं अन्य के द्वारा मंहगे दामों में पुनः बाजार में बेच दिया गया है तो वहीं दूसरी ओर नगर में कई जगह हो रहे लाखों के जुए को जुआरियों सहित पकड़ कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया है। ज्ञात हो कि दतिया जिले के भाण्डेर तहसील की प्रादेशिक सीमा 2 ओर से एवं अधिक दूरी तक उत्तरप्रदेश के झांसी जिले से लगी हुई है और वर्तमान समय में झांसी जिला कोरोना नामक घातक बीमारी के शिंकजे में जकड़ा हुआ है। जिसके चलते शासन द्वारा म.प्र. उ.प्र. सीमा पर सख्ती से रास्ते प्रतिबन्धित किए गए है परन्तु अनैतिक करोबारियों से पुलिसिया मेल जोल के चलते दिन वक्त सन्नाटे में रहने वाले रास्ते रात 11 बंजे से सुबह 4 बजे तक पुलिस के फॉलोऑन के साथ गुलजार रहते है।
अनैतिक कारोबारियों एवं अपरिचित लोगों के द्वारा क्षेत्र में आवागमन से भयभीत स्थानीय निवासियों द्वारा पत्रकारों से सहयोग के लिए कहा गया तो बीती रात 11 बजे पत्रकारों की टीम मोंठ-भाण्डेर प्रादेशिक मार्ग पर स्थित पहूंज नदी पर पहुंची जिसे देख वहां पर प्रदेश की सीमा पार करने के लिए खड़े वाहनों एवं पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। जिसके बाद उपस्थित पुलिस स्टाफ के द्वारा थाना प्रभारी को भी मौके पर बुलाया गया। वाहनों को सीमा पार कराने की गरज से पत्रकारों के साथ अशोभनीय व्यवहार करते हुए रात में पत्रकारिता नहीं करने की ताकीद दी और पत्रकारों के जाने के बाद देर रात्रि सीमा पार कराया। प्राण घातक बीमारी से भयाक्रान्त लोगों की सुरक्षा की जगह अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए बीमारी के लिए रास्ता खोल रहे भाण्डेर थाना प्रभारी और उनके चहेते आरक्षकों को जनता के बीच कार्य करने से हटाकर किसी एकांकी जगह पदस्थ करने के निवेदन के साथ श्रमजीवी पत्रकार संघ भाण्डेर की ईकाई द्वारा म.प्र. के गृहमंत्री सहित डीजीपी के नाम भाण्डेर एसडीएम एवं एसडीओपी को ज्ञापन सौंपा है और अति शीघ्र अभितक सुरक्षित रहे भाण्डेर क्षेत्र से उन्हें हटाए जाने की मांग की है।