MP के इस विधायक की बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाती शॉर्ट फिल्म चर्चा में

ग्वालियर, अतुल सक्सैना। सामाजिक कुरीतियों पर रोक लगाने के लिए सरकारी स्तर पर बहुत कानून हैं और जो कानून तोड़ता है उसके खिलाफ समय समय पर कार्रवाई भी होती है लेकिन आज भी बहुत सी सामाजिक बुराइयां और कुरीतियां  हैं जिनको लोग चोरी छिपे अपनाये हुए हैं। वे किसी अनिष्ट के भय से या पारिवारिक, क्षेत्रीय अथवा सामाजिक नाराजगी से बचने के लिए ऐसा करते हैं। ऐसी ही एक कुरीति है बाल विवाह। जिसके खिलाफ सामाजिक चेतना जगाने का एक प्रयास किया है ग्वालियर दक्षिण के विधायक प्रवीण पाठक (MLA Praveen Pathak) ने।

आमतौर पर अधिकांश राजनेता अपने भाषणों तक ही सामाजिक जनचेतना जगाने का काम करते हैं लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो अपने क्षेत्र को परिवार की तरह मानते हैं।  ऐसे ही एक नेता हैं ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (MLA Praveen Pathak)।  वे खुद को अपनी विधानसभा का बेटा कहते हैं। उनके दो स्लोगन हैं।  “ग्वालियर दक्षिण बदल रहा है”, “विधायक नहीं दक्षिण का बेटा”, विधायक प्रवीण पाठक (MLA Praveen Pathak) इन्हीं दो स्लोगनों की मदद से क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। अपनी विधानसभ में हर बुराई को ख़त्म करने और समाज में चेतना जगाने के लिए हर समय प्रयास करने वाले विधायक प्रवीण पाठक (MLA Praveen Pathak) ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक शॉर्ट फिल्म बनाई और इस शॉर्ट फिल्म में बाल विवाह पर चोट की गई।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....