लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार का एक्शन जारी है, अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाकर अपराधियों पर कार्रवाई करने के बाद मुख्यमंत्री ने अब अपने अधिकारियों से प्रदेश के सारे जिलों से हर महीने शीर्ष गैंगस्टरों की लिस्ट तैयार कर, उन पर कार्रवाई के निर्देश दिए है। यू.पी सरकार का रवैया अपरधियों के खिलाफ पहले से ही काफी सख्त रहा है। उधर,योगी आदित्यनाथ का मानना है कि प्रदेश का अब माफियामुक्त होने का समय आ गया है।
टाइम्स नाउ से बात करते हुए अपर मुख्य सचिव (ACS) अवनीश अवस्थी ने बताया कि कुछ दिन पहले ग्रह भाग का प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री जी के समक्ष रखा गया था, जिसके बाद योगी जी ने ‘जीरो टोलेरेंस अगेंस्ट क्राइम’ के तहत इस प्रक्रिया को लागू करने का आदेश दिया। प्रतिमाह अब हर थाने में 10 बड़े माफियाओं का नाम चिन्हित कर, उन्हें जेल भेजकर उनकी संपत्ति को जब्त किया जाएगा। प्रदेश में लगभग 1500 थाने है और अगर 15000 अपराधियों पर एक साथ कार्रवाई होती है तो निश्चित ही इसका प्रभाव क्राइम पर पड़ेगा।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देशों के बाद लाउडस्पीकरों के खिलाफ अभियान जारी रखते हुए, राज्य पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों से 53,942 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है, राज्य पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
अपराधियों पर चला बुलडोजर
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की सत्ता में वापसी के साथ ही बुलडोजर फिर से सक्रिय हो गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कथित तौर पर शुक्रवार 8 अप्रैल 2022 को राज्य के अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि बुलडोजर केवल अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ काम करेंगे, और उन्हें गरीबों की झोपड़ियों या दुकानों को नहीं छूना है।
पिछले 5 वर्षों में योगी सरकार द्वारा अवैध अतिक्रमणों को हटाना और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई मुख्य आकर्षण रहे थे। मार्च 2022 में, सीएम योगी की सरकार मजबूत कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के वादे पर बड़े जनादेश के साथ सत्ता में लौटी।
हाल ही में, बरेली विकास प्राधिकरण ने 7 अप्रैल 2022 को समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक शहजील इस्लाम के अवैध रूप से निर्मित पेट्रोल पंप को बुलडोजर से गिरा दिया था। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां अपराधियों ने बुलडोजर कार्रवाई के डर से स्वेच्छा से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।