भोपाल। विश्वभर में महामारी का रूप लेती जा रही कोरोना बीमारी से बचाव के लिये कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील की है। अपने संदेश में उन्होने कहा कि आईसीएमआर (इंडियन काउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के अनुसार कोरोना वायरस फैलने के चार चरण हैं। पहले चरण में वे लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए जो दूसरे देश से संक्रमित होकर भारत में आए। हाल ही में जबलपुर में विदेशों से यात्रा करके आए चार नागरिकों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। इसका मतलब यह मध्यप्रदेश के लिए पहली स्टेज है । दूसरे चरण में स्थानीय स्तर पर संक्रमण फैलता है, लेकिन ये वे लोग होते हैं जो किसी ना किसी ऐसे संक्रमित शख़्स के संपर्क में आए जो विदेश यात्रा करके लौटे थे ।
कमलनाथ ने कहा कि उन्होने निर्देशित किया है कि तत्काल तत्परता से कार्रवाई करते हुए ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाए जो विदेश से आए हुए लोगों के सम्पर्क में आए हैं ताकि इन्हें आइसोलेशन में रखा जा सके। तीसरा और थोड़ा ख़तरनाक स्तर है ‘कम्युनिटी ट्रांसमिशन’ का, जिसे लेकर हमें बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है । कम्युनिटी ट्रांसमिशन तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी ज्ञात संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना या वायरस से संक्रमित देश की यात्रा किए बिना ही इसका शिकार हो जाता है और चौथा चरण होता है, जब संक्रमण स्थानीय स्तर पर महामारी का रूप ले लेता है ।
कार्यकारी मुख्यमंत्री ने का है कि प्रदेशवासियों को डरने की आवश्यकता नहीं है, मगर सभी को बेहद सतर्क रहना होगा। उन्होने कहा कि मैंने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे हरसंभव कोशिश करें कि हमारा मध्यप्रदेश कोरोना की दूसरी स्टेज में न आने पाए मगर ये तब ही संभव होगा जब आप सभी लोग भी पूरी तरह सहयोगात्मक रुख़ रखेंगे ।कमलनाथ ने सभी से संकल्प लेकर इस चुनौती का सामना करने का आह्वान किया है।