भोपाल , डेस्क रिपोर्ट। उपचुनावों के बाद एक्शन में आई शिवराज सरकार अब प्रदेश विकास के रोड मैप के साथ प्रशासनिक अफसरों का फीड बाइक भी ले रही है। संकेत मिल रहे हैं कि नगरीय निकाय चुनावों से पहले कुछ जिलों के कलेक्टर बदले जा सकते हैं। भरोसेमंद सूत्रों की माने तो आठ जिलों के कलेक्टरों का फीडबैक मुख्यमंत्री के पास पहुंच गया है जिसके बाद इनपर गाज गिरना लगभग तय माना जा रहा है।
नगरीय निकाय के लिए शासन ने महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उधर राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारी भी पूरी है ऐसे में माना जा रहा है कि जनवरी में नगरीय निकाय चुनाव हो सकते हैं, यदि ऐसा होता है तो 15 दिसंबर के बाद कभी भी आचार संहिता लग सकती है इससे पहले सरकार बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी कर रही है। सूत्रों की माने तो बालाघाट , ग्वालियर, सीधी , शहडोल , सीहोर, रायसेन, छतरपुर होशंगाबाद जिल के कलेक्टर बदले जा सकते हैं। कलेक्टर के अलावा सरकार की नजर उन जिलों के वरिष्ठ अफसरों पर भी है जहाँ उपचुनावों में भाजपा को नुकसान हुआ था हुआ।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में अपनी मंशा जाहिर कर दी थी और कॉन्फ्रेंस के कुछ घंटों बाद ही नीमच एसपी मनोज कुमार और कटनी कलेक्टर शशि भूषण सिंह को हटा दिया था।