घर पर इस आसान रेसिपी की मदद से बनाएं राजस्थानी पौष बड़ा, जानें विधि

यह पकौड़े बहुत ही कुरकुरे मसालेदार और बहुत स्वादिष्ट होते हैं। ये आपके खाने को और भी स्वादिष्ट बना देते हैं

Amit Sengar
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Rajasthani Posh Bade Recipe

Rajasthani Posh Bade Recipe : राजस्थानी पौष बड़ा एक बहुत ही लोकप्रिय शीतकालीन नाश्ता है जो हरी मूंग दाल, साबुत मोठ की दाल, बीन्स और हरी सब्जियों से बनाया जाता है। इन दाल और बीन्स के पकौड़े को स्थानीय भाषा में वड़ा या बड़े के नाम से भी जाना जाता है। ये पकौड़े बहुत ही कुरकुरे मसालेदार और बहुत स्वादिष्ट होते हैं। ये आपके खाने को और भी स्वादिष्ट बना देते हैं यदि आप घर पर इस स्वादिष्ट व्यंजन को बनाने के लिए उत्सुक हैं तो चलिए जानते हैं इसे बनाने की रेसिपी के बारे में…

क्या चाहिए

चावली दाल- 1 कप, चना दाल- 1/2 कप, मूंग की धुली दाल- 1/2 कप, मेथी दाने 2 छोटे चम्मच, साबुत धनिया- 2 छोटे चम्मच, धनिया पाउडर- 1 छोटा चम्मच, लाल मिर्च पाउडर- 1 छोटा चम्मच, गरम मसाला- 1½ छोटा चम्मच, हींग – 1¼ छोटा चम्मच, हल्दी पाउडर- 14 छोटा चम्मच, लौंग- 4, काली मिर्च- 5, हरी मिर्च- 3 कटी हुई, अदरक- 1½ छोटा चम्मच कटी हुई, हरा धनिया- थोड़ा- सा कटा हुआ, नमक- स्वादानुसार, तेल- तलने के लिए।

ऐसे बनाएं

सभी दालों को रातभर अलग-अलग पानी में भिगोकर रखें। फिर इन्हें निथारकर दरदरा पीस लें। दालों को पीसते समय अगर पानी कम लगे तो 1-2 बड़े चम्मच पानी डाल सकते हैं। ज्यादा, पानी न डालें क्योंकि इससे घोल पतला हो जाएगा। लौंग, काली मिर्च, मेथी दाने और साबुत धनिया को भी अलग से दरदरा पीस लें। बोल में पीसी हुई दालें, पीसे हुए मसाले समेत सारी सामग्री डालें और अच्छी तरह मिलाएं। कड़ाही में तेल गर्म करें। एक-एक करके घोल के वड़े तेल में डालें। वड़ों को मध्यम आंच पर सुनहरा भूरा और कुरकुरा होने तक तलें। चाय या हरी चटनी के साथ गर्मागर्म वड़े परोसें।

*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई सामान्य जानकारी है, Mpbreakingnews दी गई जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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