मुरैना, संजय दीक्षित। मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) गरीबों के लिए प्रदेश में नई नई योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए वरिष्ट अधिकारियों को प्रचार प्रसार के निर्देश देते हैं । तो वहीं शासन के अधिकारी जनता से असभ्यतापूर्ण व्यवहार करने से बाज नही आ रहे हैं ।अगर अधिकारियों का यही रवैया जनता के प्रति देखने को मिलेगा तो गरीब व्यक्ति किस पर भरोसा करेगा।ऐसा ही एक मामला मुरैना(Morena) जिला कलेक्ट्रेट (Collectorate) में देखने को मिला ।
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दरअसल, आज 2 मार्च को जब मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान मुरैना एडीएम (Morena ADM) उमेश शुक्ला (ADM Umesh Shukla) उस वक्त आवेश में आ गए जब कलेक्ट्रेट के अंदर कैलारस से आए ग्राम कट्टोली के कुछ लोग राशन (Ration) ना मिलने की शिकायत करने के लिए कलेक्ट्रेट में पहुंचे। जब इसकी सूचना एडीएम को लगी तो वे आगबबूला होकर ग्रामीणों से मिलने बाहर आए और कहने लगे कि परमिशन लेकर आए हो कि नही।अगर नही आये तो एक मिनट में एफआईआर दर्ज करा दूँगा।इनके नाम नोट करो। तुम्हारा नेता कौन है, तभी सरपंच ने कहा कि ग्रामीणों को करीब 4 माह से खाद्यान नही मिला है जिसकी शिकायत लेकर आये है।