भोपाल।
एमपी(madhypradesh) में उपचुनाव (by election) से पहले दल बदलने का सिलसिला तेजी से जारी है।दोनों दल तोड़फोड़ की राजनीति में जुटे हुए है। मौके की नजाकत को देखते हुए नेता-कार्यकर्ता भी एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे है। अब रायसेन (raisen) से बीजेपी (njp) को बड़ा झटका लगा है। सांची विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व ग्रामीण मंडल अध्यक्ष और सा?ची जनपद के सदस्य प्रेम नारायण मीणा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने इन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली।
सांची विधानसभा में उपचुनाव होने है, ऐसे में मीणा के कांग्रेस में शामिल होने को बड़ा झटका माना जा रहा है। चुंकी मीणा माना एवं खरबई क्षेत्र में मजबूत पकड़ वाले भाजपा नेता के रूप में पहचाने जाते हैं और खरबई क्षेत्र में 21 पोलिंग बूथ पर उनका अच्छा खासा प्रभाव है।पूर्व ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रेम नारायण मीणा के अलावा बम्होरी के भाजपा समर्थित सरपंच दर्शन पटेल और गैरतगंज के जितेंद्र राय भी हुए कांग्रेस में शामिल हुए हैं। माना जा रहा है कि अचानक से इन नेताओं के पार्टी छोड़ने से वूथ स्तर पर बीजेपी की पकड़ कमजोर होगी, क्योंकि इन नेताओं की 169 मतदान केंद्रों और 77 ग्राम पंचायतों के कार्यकर्ताओं से संपर्क था और वे भी जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मीणा ने कहा कि मैं बहुत दिनों से विचलित था क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा भितरघात से घिरी हुई थी तब भी हमने पूरी ताकत से निष्ठा और समर्पण के साथ पार्टी का काम कि या था और यही कारण था कि हमारे क्षेत्र के 21 पोलिंग बूथ पर 1500 से अधिक मतों से भाजपा प्रत्याशी को जीत हासिल हुई थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है अब हम जैसे लोगों की निष्ठा पर सवाल खड़े होते हैं और ऐसे लोगों की पूछ परख हो रही है, जिन्होंने पिछले चुनाव में भाजपा को निपटाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। अब ऐसे माहौल में भाजपा में बने रहना सम्भव नहीं था।