भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
मध्यप्रदेश(Madhyapradesh) में उपचुनाव(By-Election) को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। कोरोना संक्रमण काल(corona crisis period) के बीच प्रदेश में उपचुनाव करवाए जाने को लेकर अब निर्वाचन आयोग(Election Commission) ने प्रोटोकॉल(Protocol) से जुड़ी गाइडलाइन(Guideline) तैयार करनी शुरू कर दी है निर्वाचन आयोग ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से उपचुनाव के लिए जारी गाइडलाइंस अगले सप्ताह तक भेज दी जाएगी। इससे पहले उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने विधानसभा सीटों के जिला कलेक्टर से जानकारी प्राप्त की है। वही माना जा रहा है कि अक्टूबर के अंत तक प्रदेश में उपचुनाव कराए जा सकते हैं।
दरअसल मध्यप्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर आगामी उपचुनाव को लेकर एक तरफ जहां पार्टियां रणनीति पर काम करने लगी है। वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने भी तैयारी के लिए कमर कस ली है। 18 जिलों के कलेक्टरों से पूछताछ करने के बाद चुनाव आयोग ने आंकलन किया है कि प्रदेश में 2225 बूथ और बढ़ा कर चुनाव करवाए जा सकते हैं। ताकि संक्रमण फैलने का खतरा कम हो। इसके लिए एक सफ्ताह के अंदर निर्वाचन आयोग कोरोना प्रोटोकॉल से जुड़ी गाइडलाइन जारी करेगा। चुनाव आयोग ने विधानसभा सीटों के आकलन करने के लिए जिला कलेक्टर को निर्देश भी दिए हैं।
इधर दूसरी तरफ चुनाव की सुगबुगाहट को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां भी अपनी रणनीतियों पर कार्य करने में लग गई है। 27 सीटों पर होने वाले आगामी चुनाव के लिए ग्वालियर-चंबल संभाग(Gwalior-Chambal Division) पर दोनों पार्टियों की तीव्र नजर हैं जिसके लिए बीजेपी(BJP) ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) के साथ 22 अगस्त से संभागों में बड़े कार्यक्रम करने की तैयारी में है। वहीं बीजेपी सरकार के प्रदेश के युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए लगातार हो रही बड़ी घोषणाएं गेम चेंजर(Game changer) की भूमिका में रह सकती है। कोरोना काल के बीच निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन जारी करने की बात से यह तो तय है कि उपचुनाव इसी साल होने हैं। वही इसके लिए मंगलवार से निर्वाचन आयोग रिटर्निंग अधिकारी और एआरओ की ट्रेनिंग भी शुरू करने जा रही हैं। जो रविवार तक चलेगी।