भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) के लिए आखिरकार बीजेपी (bjp) ने अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का चयन कर लिया है। साथ ही विधायक गिरीश गौतम (girish gautam) का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। हालांकि गिरीश गौतम के अलावा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी की तरफ से दो और नामों पर चर्चा थी। जिसमें राजेंद्र शुक्ला (rajendra shukla) और केदारनाथ शुक्ला (kedarnath shukla) का भी नाम चर्चा का विषय रहा। वही गिरीश गौतम के नाम पर सहमति के बाद अब सीधी (sidhi) से बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला का दर्द छलका है।
दरअसल मीडिया से बात करते हुए भाजपा विधायक शुक्ला ने कहा कि आखिर सीधी को प्रतिनिधित्व क्यों नहीं मिल रहा। केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि लगातार सीधी को प्रतिनिधित्व ना मिलने पर बीजेपी पर प्रश्न चिन्ह लगाया जा रहा है। ऐसे में बीजेपी के पास मौका था कि वह सीधी को प्रतिनिधित्व देकर इस प्रश्न चिन्ह को मिटा सकती थी।
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वहीं विधानसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में चयन ना होने पर केदारनाथ शुक्ला का दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन को बताना चाहिए कि हम में कमी क्या रह गई। विधायक शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय सीधी से दो-दो मंत्री रहे हैं। अब ऐसे में सीधी की उपेक्षा जायज नहीं है।
बता दे कि विधानसभा अध्यक्ष पद बीजेपी की तरफ से रीवा जिले के देवतालाब से गिरीश गौतम के नाम पर सहमति बनी है। रविवार सुबह 11:00 बजे गिरीश गौतम ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा। इसके साथ ही लंबे समय का इंतजार के बाद विंध्य क्षेत्र को विधानसभा स्पीकर (assembly speaker) का प्रतिनिधित्व मिल रहा है। वहीं कांग्रेस के द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारे जाने के बाद गिरीश गौतम का विधानसभा अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है।