सेवढा, राहुल ठाकुर। रेत माफिया(sand mafia) प्रशासन की हर गतिविधि पर नजर रखकर रेत के अवैध कारोबार(illegal business) को अंजाम देने में जुटे हुए है। यही नही प्रशासन के दबदबे के कारण दो माह पूर्व कन्दरपुरा घाट पर चल रहे अवैध उत्खनन (excavataion) को हर बार की भांति बन्द भी करा दिया था। लेकिन रेत माफियाओ के हौसले इतने बुलंद है कि शाम होते ही रेत का दो माह पूर्व बन्द हुआ अवैध कारोबार पुनः चालू कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि रेत माफिया कन्दरपुरा घाट से अवैध उत्खनन को अंजाम दे रहे है। रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन(transportation) करने वाले उक्त वाहनों पर कार्यवाही करने के पहले ही अन्यत्र जगह की रॉयल्टी भी रेत माफियाओं के एक इशारे पर कट जाती है। लेकिन सेवढा में वैध खदान न होने के बावजूद भी रेत माफ़ियाओ के बुलन्द हौसलों की वजह से,प्रशासन की रेकी कर रेत के इस काले करोबार को अंजाम दिया जा रहा है। यही नही रेत माफिया हथियारों(weapons) से लैस होकर रेत के अवैध कारोबार को अंजाम देते है।इनका नेटवर्क इतना मजबूत है कि अगर इनके पास कोई कार्यवाही करने जाता है तो उससे पहले ही सूचना लीक हो जाती है और अधिकारियों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है।
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गौरतलब है कि कन्दरपुरा घाट स्थित सिंध नदी के पास जहाँ पर रेत मौजूद है। वह जमीन राजस्व व वन विभाग की सीमा में होने के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन रेत माफियाओं के भय के कारण कार्यवाही नही करता है। यही नही दतिया कलेक्टर संजय कुमार व पुलिस अधीक्षक दतिया, अमन सिंह राठौड़ के निर्देशन में उड़नदस्ते का भी गठन किया गया। निरंतर सेवढा अनुभाग में रेत माफियाओं के अवैध उत्खनन व परिवहन पर कार्यवाही को अंजाम देने के साथ- साथ सेवढा थाना अन्तर्गत कन्दरपुरा घाट पर 15 दिन के अंदर दो बार रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली को घेराबंदी कर मोके से जप्त किया गया।
वहीं एसडीएम सेवढा द्वारा भी कन्दरपुरा घाट के रास्ते पर अवैध उत्खनन व परिवहन रोकने के लिए जेसीबी मशीन से खंती खुदवाई गई थी लेकिन उसका भराव कर रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन करने में रेत माफिया जुट गए। और रेत माफियाओं पर उड़नदस्ता टीम का भी धीरे धीरे भय खत्म हो गयाइसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक बार फिर दो माह पूर्व बन्द हुई अवैध रेत खदान पुनः चालू हो गई।