MP News : सीएम शिवराज की बड़ी घोषणाएं, सरपंचों का मानदेय 4250 रूपये होगा

CM Shivraj big announcement : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि अब से सरपंचों का मानदेय 4250 रूपये प्रतिमाह होगा। भोपाल के जंबूरी मैदान में मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के सरपंचों को ये बड़ी सौगात दी है। उन्होंने सरपंचों का मानदेय 4250 रुपए करने की घोषणा करते हुए कहा कि अभी यह मानदेय 1750 रुपए प्रति माह है और इसे बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा शिवराज में गांव के लिए और भी कई घोषणाएं की हैं। ग्राम पंचायत में सरपंचों को 15 लाख तक के कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति का अधिकार था जो अब 25 लाख रुपये करने की घोषणा भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की।

आज भोपाल के जंबूरी मैदान में प्रदेशभर के सरपंचों का सम्मेलन हो रहा है। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर शिवराज सिंह चौहान उपस्थित हैं। लंबे अरसे के बाद प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के सरपंचों से मुख्यमंत्री सीधा संवाद स्थापित किया है। जंबूरी मैदान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के सरपंच भाग ले रहे हैं। सरपंचों की लंबे समय से मांग चली आ रही थी कि उनका मानदेय बढ़ाया जाए जो अभी 1750 रुपए है जिसे आज सीएम ने मान लिया है।

इसी के साथ मुख्यमंत्री ने गांव से जुड़ी हुई कई बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने गांव के तकनीकी कार्यों के लिए SOR कम होने की शिकायत को भी गंभीरता से लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह इसे सही करें और अन्य विभागों का अध्ययन करें। संशोधित SOR को लागू किया जाए। बाजार की प्रचलित दरों के आधार पर नया SOR बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। इसके अलावा उन्होंने पंचायत सचिवों के रिक्त पदों की भर्ती करने की बात भी कही और रोजगार सहायकों के स्थानांतरण करने का भी वादा किया। मुख्यमंत्री ने कपिलधारा कुएं बनाने की अनुमति देने की घोषणा भी की।इसमें महंगाई और लागत को देखते हुए कैपिंग की सीमा बढ़ाए जाने की बात भी मानी। मुख्यमंत्री ने तीन साल से बंद पड़ी सुदूर संपर्क सड़क योजना यानी खेत सड़क योजना शुरू करने की बात भी कही है।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News