सिंधिया की आक्रामकता के क्या हैं मायने! निगम-मंडलों में समर्थकों की नियुक्ति पर दिखेगा प्रभाव

Kashish Trivedi
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ज्योतिरादित्य सिंधिया

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की सियासत (MP Politics) में अब सिंधिया (Scindia) का दबदबा दिखने लगा है। दरअसल प्रदेश कार्यसमिति, विशेष आमंत्रित सदस्य की सूची में सिंधिया समर्थकों को बड़े पैमाने पर जगह दी गई है। इसके साथ ही चार दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia)  अब अपने समर्थकों को मंडल, आयोग और निगम के ऊंचे ओहदे पर मनोनीत (adjust) करने के प्रयास में लगे हुए हैं। सियासी गलियारों में चर्चाओं की माने तो दो-चार दिनों में ही सिंधिया के 4 समर्थकों की ताजपोशी निगम, मंडलों या आयोग के उच्च पदों पर हो सकती है।

दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) और प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा (VD Sharma) से निगम मंडल और आयोग पर चर्चा कर चुके हैं। इसके अलावा सिंधिया आक्रमक मूड में भी नजर आ रहे हैं। लगातार सिंधिया के दौरे के दौरान BJP का एक खेमा सिंधिया के साथ सिमटा नजर आता है। CM शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के बाद सिंधिया संगठन मंत्री से भी एकांत में चर्चा कर चुके हैं। इस दौरान बड़े नेताओं के साथ बैठक में सिंधिया समर्थित मंत्रियों को भी शामिल होने की इजाजत नहीं थी। इसके अलावा सीएम शिवराज (CM Shivraj), प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा से मुलाकात के दौरान नियुक्तियों को लेकर विस्तृत बातचीत की जा चुकी है।

इसके अलावा ग्वालियर (gwalior) में सिंधिया को लेकर विरोध देखे जा रहे हैं। विरोधी को देखते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपना दबदबा कायम करने और आगामी चुनाव को देखते हुए सिंधिया किसी गलती के मूड में बिल्कुल नहीं होंगे। ग्वालियर चंबल सहित पूरे प्रदेश में सिंधिया का एक दबदबा माना जाता है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी आलाकमान सिंधिया जैसे दिग्गजों का भरपूर फायदा उठाने की कोशिश करेगी।

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ऐसी स्थिति में मध्यप्रदेश में सिंधिया के दबदबा को कायम रखने और उनके द्वारा दिए गए कमिटमेंट को पूरा करने की कोशिश बीजेपी का आलाकमान भी कर रहा है। यही वजह है कि शायद पहली बार BJP कार्यसमिति में इतनी बड़ी संख्या में सिंधिया समर्थकों को शामिल किया गया है।

इधर उपचुनाव में जीत से महरूम रहे सिंधिया खेमे के इमरती देवी, मुन्नालाल गोयल, गिर्राज दंडोतिया, जसवंत जाटव और रघुराज सिंह कंसाना जैसे नेताओं को फिर से चुनावी जीत के लिए तैयार करने और उनका रुतबा वापस लौटने की जिम्मेदारी भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की है। ऐसे में लगातार निगम मंडल में इन नेताओं को उच्च पद पर मनोनीत किए जाने की कोशिश सिंधिया द्वारा की जा रही है।

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हालांकि सूत्रों की माने इमरती देवी को राज्य महिला आयोग का मुखिया बनाया जा सकता है। इसके अलावा मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना और दंडोतिया को भी निगम में नियुक्ति दी जा सकती है। वही उपचुनाव में भाजपा की भारी जीत के बाद सिंधिया के रूप बदले बदले से नजर आ रहे हैं। सिंधिया का पहले से ज्यादा आक्रमक लहजे में नजर आना मध्य प्रदेश की सियासत में उनके किए गए कमिटमेंट को पूरा कराने के लिए पर्याप्त है।


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